संजीव शर्मा एनटीन्यूज़, हरिद्वार: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने रविवार को हरिद्वार स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन के रजत जयंती समारोह को सम्बोधित किया।
उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन को संकल्प और सेवा की भावना के साथ मानव कल्याण हेतु संवेदनशीलता से कार्य करने वाली संस्था बताते हुए कहा कि आज से 25 वर्ष पूर्व इस संस्था को एक छोटे बीज के रूप में बोने में उनकी भी भूमिका रही है, जो आज बड़ा वृक्ष बन गई है।
राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तराखण्ड की पवित्र धरती आध्यात्म् के साथ ही शांति एवं ज्ञान की भूमि रही हैं।
गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ के साथ हरिद्वार व हर द्वार भगवान विष्णु एवं शिव की प्राप्ति के द्वार हैं। पतित पावनी जीवन दायिनी गंगा भी इसकी साक्षी है। उन्होंने कहा कि जब वे पहली बार राज्य सभा के सांसद बने तब भी तथा राष्ट्रपति बनने के बाद भी उनकी पहली यात्रा उत्तराखण्ड की रही।
उन्होंने कहा कि पवित्र गंगा के तट पर स्थापित यह मिशन मानव सेवा के लिए समर्पित हैं। संस्था द्वारा कुष्ठ रोगियों की समर्पित भाव से की जा रही सेवा सराहनीय है।
राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद संविधान द्वारा जाति एवं धर्म पर आधारित अस्पृश्यता का तो अंत कर दिया गया लेकिन अभी भी कुष्ठ के प्रति अस्पृश्यता का भाव समाप्त नहीं हो पाया है। कुष्ठ रोग को कलंक के रूप में देखे जाने की अवेज्ञानिकता के अवशेष आज भी देखे जाते हैं। कुष्ठ रोगियों के प्रति व्याप्त आशंकाओं को दूर करने के प्रयास किये जाने चाहिए। उन्हें भी बीमारी के दौरान तथा उसके बाद स्वास्थ्य होने पर अन्य रोगों से मुक्त होने वाले रोगियों की तरह ही अपनाया जाना चाहिए। इस सम्बन्ध में समाज मे फैली आंशकाओं को दूर करने के प्रयासों की भी उन्होंने जरूरत बतायी।
राष्ट्रपति ने कहा कि महात्मा गांधी ने भी कुष्ठ रोगियों की सेवा कर समाज को इसके लिये प्रेरित किया था। महात्मा गांधी का जन्मदिन राष्ट्रीय कुष्ठ दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग असाधारण नही है। इसे असाधारण समझने वाले ही असली रोगी है। राष्ट्रपति ने कहा कि कुष्ठ रोगियों के बीच कार्य करने वालों का आत्मविश्वास कितना ऊंचा होता है, इस संस्था से जुड़े लोग इसका उदाहरण है।
इससे पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन, सेवाकुंज परिसर पहुंचने पर शिव अवतरण, शिव ज्ञान से जीव सेवा यज्ञ, सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पूजन, एक वर्षीय अनुष्ठान कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इसके पश्चात उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन, सेवाकुंज परिसर में बिल्ब के पौधे का रोपण भी किया।
इस अवसर पर देश की प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविन्द, सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, डॉ0 धन सिंह रावत, रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान, श्री प्रदीप बत्रा, सचिव श्री विनोद कुमार सुमन, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री वीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट श्री अंशुल सिंह, एसडीएम भगवानपुर श्री बृजेश कुमार तिवारी, सिटी मजिस्ट्रेट श्री अवधेश कुमार सिंह, एसडीएम श्री पूरन सिंह राणा, भूमि अध्याप्ति अधिकारी श्रीमती संगीता कन्नौजिया, उप जिलाधिकारी श्री गोपाल राम बिनवाल, परियोजना निदेशक श्री विक्रम सिंह, एस0पी0 सिटी श्री स्वतंत्र कुमार, एस0पी0 देहात श्री प्रमेन्द्र डोभाल, कार्यपालक निदेशक बीएचईएल श्री पी0सी0 झा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 खगेन्द्र कुमार, एसीएमओ डॉ0 एच0डी0 शाक्य, सी0ओ0 निहारिका सेमवाल, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण श्री सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान श्री मदन सेन, महाप्रबन्धक उद्योग सुश्री पल्लवी गुप्ता, सहित पुलिस तथा प्रशासन के सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।