हरिद्वार: शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या को साजिश रचकर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने का षडयंत्र रचने वाले तीसरे आरोपित को नगर कोतवाली पुलिस ने मध्यप्रदेश के भोपाल से गिरफ्तार किया है।
आरोपित को अदालत में पेश करने के बाद आज जेल भेज दिया गया है। इससे पूर्व पुलिस दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की एक युवती ने मई 2021 में शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या व उनकी पत्नी शैल बाला के खिलाफ दिल्ली के विवेक विहार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। युवती ने आरोप लगाया था कि साल 2010 में शांतिकुंज में रहने के दौरान डॉ. प्रणव पंड्या ने उसके साथ दुष्कर्म किया और शैल बाला ने धमकी देकर उसे मुंह बंद रखने को कहा।
दिल्ली में दर्ज उक्त एफआईआर हरिद्वार ट्रांसफर होने पर पुलिस ने इस मामले की छानबीन की तो प्रणव पंड्या पर लगाए गए सभी आरोप गलत निकले और पुलिस ने अपनी फाइनल रिपोर्ट दाखिल कर दी। मगर कोर्ट ने दोबारा इस मामले की जांच के आदेश दिए, तब पुलिस ने पीडि़ता से पुनः पूछताछ की तो पता चला कि शांतिकुंज के पूर्व सेवादार मनमोहन और उसके साथियों ने दबाव बनाते हुए युवती से झूठे आरोप लगवाए थे।
इस खुलासे के बाद पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर आरोपित मनमोहन को 05 मार्च को गिरफ्तार किया था और मनमोहन के साथी हरगोविंद गुप्ता निवासी जिला गोरखपुर उत्तर प्रदेश व तोषण साहू निवासी जिला रायपुर छत्तीसगढ़ की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से गैर जमानती वारंट प्राप्त किये थे।
इस प्रकरण में पुलिस टीम ने दूसरे आरोपित हरगोविंद गुप्ता को 26 मई को गोरखपुर से गिरफ्तार कर 27 मई को जेल भेज दिया था।
कोतवाली प्रभारी राकेंद्र कठैत ने बताया कि इसी क्रम में तीसरे आरोपित तोषण साहू निवासी गांव परसदा थाना नारंग जिला रायपुर छत्तीसगढ़ को 27 मई को थाना मसरोद, भोपाल मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर आज हरिद्वार लाकर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।