हरिद्वार से जा रही बरात बस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 32 हो गई हैं वही जब दूल्हा अपने घर पहुंचा तो  घर में कोहराम मच गया।

बता दें  कि 04 अक्टूबर 2022 को सांय लगभग 08:00 बजे SDRF को धुमाकोट क्षेत्रान्तर्गत वीरोंखाल के पास सिमड़ी गांव में एक बारात की बस खाई में गिरने की सूचना प्राप्त हुई थी।

उक्त बस में सवार यात्री बारात में गए थे जोकि लालढांग हरिद्वार से काड़ागांव वापिस आ रहे थे, जिसमें लगभग 45-50 लोग सवार थे। वीरोंखाल से आगे सिमड़ी गांव के पास मोड़ काटते समय बस अचानक अनियंत्रित होकर 500 मीटर गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी।

घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस व लोगों द्वारा 09 लोगों को निकाल लिया गया था, जिसमे से 06 घायलों को बीरोंखाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है व 01 गंभीर घायल को कोटद्वार हेतु रेफर किया गया है। अन्य 02 व्यक्तियों की स्थिति सामान्य है।

SDRF रेस्क्यू टीमों द्वारा रात्रि के घनघोर अंधेरे व अत्यधिक विषम परिस्थितियों में लगभग 500 मीटर गहरी खाई में रोप बांधकर में उतरा गया जहाँ से स्ट्रैचर द्वारा एक- एक कर के घायलों व मृतकों को निकाला गया।

रेस्क्यू टीम द्वारा 30 मृतकों व 20 घायलों को निकाला गया

20 घायलों में से 02 व्यक्तियों की हॉस्पिटल ले जाते समय मृत्यु हो गई थी।

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 4 अक्तूबर को उत्तरकाशी और पौङी की घटनाओं में प्रभावितों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। दोनों घटनाओं में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रूपये, गम्भीर घायल को 1-1 लाख रूपये और सामान्य घायल को 50-50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उक्तानुसार सहायता राशि प्रभावितो को तत्काल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने सिमड़ी, पौड़ी बस दुर्घटना में फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में घटना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों का भी आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि सबसे पहले आस-पास के ग्रामीण पहुँचे और उन्होंने घायलों को बाहर निकालने में मदद की। मुख्यमंत्री ने डीएम पौड़ी को निर्देशित किया है कि जिन ग्रामीणों ने आपदा की घड़ी में घायलों को और मृतकों को बाहर निकालने में मदद किया है उनकी सूची बनाकर उनको भी प्रोत्साहित करने हेतु प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाए