नवल टाइम्स न्यूज़, 28 फरवरी 2023 आज ओ0स0 राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग टिहरी गढ़वाल में आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चिचयन प्रकोष्ठ एवं राजनीति विज्ञान और इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में भारत को जी20 की अध्यक्षता के सुअवसर पर योगदान देने हेतु कार्यक्रमों के क्रम में महिला सशक्तिकरण में शिक्षा की भूमिका विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में डॉ अरविंद गौड़ इतिहास विभाग, राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय देवप्रयाग ने कहा प्राचीन काल से मध्य काल एवं स्वतंत्रता से पूर्व तक महिलाओं की शिक्षा के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की।
उन्होंने बताया कि उत्तर वैदिक काल में महिलाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया और मध्य काल में विदेशी आक्रांताओं के कारण महिला शिक्षा का स्तर न्यून हो गया था। परंतु स्वतंत्रता के पश्चात संविधान द्वारा विभिन्न अनुच्छेद के द्वारा महिलाओं को सशक्त करने के अनेक प्रावधान दिए गए हैं।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रीति कुमारी ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रसर हो रही है तथा देश के महत्वपूर्ण पदों पर आज महिलाएं आसीन है। वरिष्ठ प्राध्यापक अर्चना धपवाल ने कहा कि यदि महिलाओं को सशक्त बनाना है तो उनकी सामाजिक और आर्थिक तथा शैक्षिक स्थिति मजबूत करनी होगी, जिससे वे स्वयं आत्मनिर्भर होकर अपने निर्णय लेने में सक्षम हो सकें।
डा0 दिनेश कुमार ने कहा कि महिला सशक्तिकरण में शिक्षा ने जो अहम भूमिका निभाई जिसके फलस्वरुप वर्तमान में महिलाओं की स्थिति मजबूत हुई।कार्यक्रम के अंत में डा0 दिनेश कुमार द्वारा मुख्य वक्ता का धन्यवाद ज्ञापित किया।