राजकीय महाविद्यालय, मजरा महादेव, पौड़ी (गढ़वाल) में आज ‘राज्य स्वच्छ गंगा मिशन’ ‘जल शक्ति मंत्रालय’ भारत सरकार के तत्त्वाधान में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर “तिरंगा रैली ,वृक्षारोपण व नशा मुक्त भारत शपथ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. के. सी. दुद्पुड़ी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि भारत आज 15 अगस्त को आजादी की 78वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। इसी दिन वर्ष 1947 को भारत को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी मिली थी। यह दिन उन सभी क्रांतिकारियों को याद करने का दिन है, जिन्होंने भारत माता को अंग्रेजों से मुक्ति दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
भारत में पहला स्वतंत्रता संग्राम सन् 1857 में लड़ा गया था, जिसमें असंख्य क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया था। इसके बाद तो देश के कोने-कोने में स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजी शासन से लड़ाई शुरू हो गई। लाखों क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों को खुली चुनौती दी। साथ ही बड़ी संख्या में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में अंग्रेजों से अहिंसक युद्ध लड़ा और 200 वर्षों के संघर्ष के बाद अंतत: भारत ने स्वतंत्रता को प्राप्त कर लिया।
नशा मुक्ति भारत अभियान के नोडल अधिकारी इंद्रपाल सिंह रावत ने छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाते हुए कहा कि नशा हम सब के लिए एक अभिशाप है।
हम जानते हैं कि मानव ही इस धरती पर सबसे बुद्धिमान और शक्तिशाली है और अपने जीवन को सुखद बनाने के लिए हर संभव कोशिश करता है लेकिन अच्छी शिक्षा के अभाव में लोग कम उम्र में ही नशा जैसे अन्य शारीरिक परिणामों का शिकार हो जाते हैं और आजीवन नशे की लत में रहते हैं।
नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ. चन्द्र बल्लभ नैनवाल कहा कि हमारे क्रांतिकारियों के विचार हमें देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने के लिए प्रेरित करते हैं।
हमें भाषा, क्षेत्र, धर्म और जाति के भेदभाव को मिटाकर अपने देश की प्रगति और समृद्धि के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए और हमें अपनी संस्कृति और सामाजिक मूल्यों को संजोकर रखना चाहिए।
मंच संचालन महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. संजेश कुमार ने किया।
महाविद्यालय के प्राध्यापकों में डॉ. प्रियंका भट्ट, डॉ. आशीष कुमार के साथ-साथ शिक्षणेतर कर्मचारी उदयराम पंत, विक्रम सिंह रावत, सुनील, गुलाब सिंह, मनोज रावत ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।