राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी में 78 वां स्वतंत्रता दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया ।

सर्वप्रथम महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने ध्वजारोहण किया और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की तत्पश्चात निदेशक महोदय प्रोफेसर मंजू अग्रवाल उच्च शिक्षा निदेशालय उत्तराखंड का संदेश वाचन किया, इसके बाद महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई, कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर कृष्ण डबराल ने किया,

वहीं राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ विनीत कुमार ने कहा कि लंबे संघर्षों के बाद मिले स्वतंत्रता को सही अर्थों में क्रियान्वित करने की आज परम आवश्यकता है।

उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और विशेष कर सुभाष चंद्र बोस के महत्वपूर्ण योगदान पर विस्तार पूर्वक चर्चा की, वाणिज्य विभाग की प्राध्यापिका डॉक्टर सुगंधा वर्मा ने आजादी के अमृत महोत्सव तथा हर घर तिरंगा अभियान के संदर्भ में कविता प्रस्तुति के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

आयुषी,शालिनी, कपिल भट्ट, आशीष भंडारी, तथा अलीशा ने अपने विचार प्रस्तुत किये तथा संजना ,काजल वह आशिका पंवार ने एकल नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।

कविता, दिव्या मनीषा आदि ने जौनसारी नृत्य, सुमन, निकिता नंदिनी, कविता ने गढ़वाली नृत्य। सुमन, शिवानी ने देशभक्ति गीतों पर तथा विकास ने एकल गीत प्रस्तुत कर रंगारंग कार्यक्रमों में शानदार योगदान दिया।

अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए हमारे महान देश भारत की प्राचीनतम एवं समृद्ध संस्कृति पर विस्तार से प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि देश के इतिहास और स्वतंत्रता प्राप्ति में बलिदान करने वाले अनगिनत लोगों के बारे में जानना समझना और भावी पीढ़ी में संप्रेषित करना हम सब का परम कर्तव्य है।

साथ ही इससे छात्र-छात्राओं में देश की महान संस्कृति के प्रति लगाव व रुचि उत्पन्न होती है और अभिव्यक्ति सशक्त बनती है ,इस प्रकार सभी लोगों को सदैव यह प्रयास करते रहने चाहिए कि वह किस प्रकार देश की उन्नति और विकास में अपना सर्वोच्च योगदान दे सकते हैं ।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं तथा प्राध्यापक डॉ.रजनी लस्याल, डॉ.अशोक कुमार अग्रवाल, डॉ.खुशपाल, डॉ.बृजेश चौहान, डॉ.आलोक बिजल्वान, डॉ.वैभव कुमार, डॉ भूपेश चंद्र, डॉ.निशि दुबे, डॉ रामचंद्र नौटियाल, डॉ आराधना सिंह , डॉ.प्रभात कुमार, डॉ. आराधना राठौर आदि उपस्थित रहे।