हल्द्वानी, दिनांक 21 अगस्त 2024 :  इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय हल्द्वानी की एनएसएस इकाई तथा अंतरराष्ट्रीय क्लब इनर व्हील के तत्वाधान में महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर के संदर्भ में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के केस बहुत ज्यादा देखने को मिल रहे हैं एवं कम ही महिलाएं हैं जो इसके संदर्भ में जागरूक हैं।

साथ ही प्राचार्य द्वारा इनर व्हील क्लब के समस्त सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 रितुराज पंत ने बताया कि इस जागरूकता शिविर में वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ0 शलभ अरोड़ा तथा वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ0 प्रतिभा जुयाल सहित इनरवील क्लब की अध्यक्ष इंदु पांडे सचिव निवेदिता पांडे सीजीआर नीरज बोरा तथा संयुक्त सचिव अनीता पांडे ने छात्राओं का मार्गदर्शन किया।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम क्लब की अध्यक्ष इंदु पांडे ने इनरवेल क्लब के बारे में छात्रों को विस्तार से बताते हुए कहा कि इनर व्हील क्लब दोस्ती, सेवा और आपसी समझ पैदा करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय महिला संगठन है। इसके 100 से ज़्यादा देशों में क्लब हैं और 100,000 से ज़्यादा सदस्य हैं। इसकी स्थापना मैनचेस्टर में हुई थी।

क्लब की सचिव निवेदिता पांडे ने कहा कि इनरव्हील क्लब हमेशा जरुरतमंदों की मदद के लिए आगे रहता है। क्लब की सदस्यों का योगदान ही क्लब को ऊंचाइयों पर पहुंचा रहा है। निर्धनों को शिक्षा के साथ ही महिलाओं को स्वरोजगार में स्वलंबी बनाने में हमेशा से अपना योगदान देता रहा है।

शिविर के मुख्य वक्ता डॉ0 प्रतिभा जुयाल ने छात्राओं को महिला समस्यायों के साथ ही सर्वाइकल कैंसर की शुरुवाती लक्षणों के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय के प्रवेश द्वार को प्रभावित करता है। शुरुआत में इसके कोई लक्षण नहीं दिखते हालांकि, अगर आपको ये लक्षण दिखें, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। इनमें मुख्य लक्षण योनि से असामान्य रक्तस्राव या स्राव, विवाहित महिलाओं में संभोग के दौरान दर्द, पीठ के निचले हिस्से में दर्द या पैल्विक दर्द, सूजे हुए पैर, पेशाब या शौच करने में समस्या मुख्य हैं।

वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञ डॉ0 शलभ अरोड़ा ने बताया कि कैंसर में वजन में कमी, बुखार, भूख में कमी, हड्डियों में दर्द, खांसी या मूंह से खून आना ये आम लक्षण हैं। अगर किसी भी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि समय पर सही चिकित्सा उपचार से कैंसर को बिल्कुल सही किया जा सकता है। एक अनुमान के आधार पर सही समय पर उपचार मिलने पर वर्तमान समय पर दो तिहाई कैंसर रोगी पूरी तरह से ठीक हो रहे हैं। इस प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम से इस रोग पर बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है।

कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 गीता पंत ने किया। इस अवसर पर डॉ0 नीता साह, डॉ0 प्रभा साह, डॉ0 रुचि रजवार, डॉ0 हिमानी आदि उपस्थित रहे।