एकलव्य विश्वविद्यालय, दमोह के प्राकृतिक चिकित्सा एंड योग विज्ञान विभाग के तत्वावधान में (आई.एस.आर. प्रोजेक्ट के अंतर्गत) गोद ग्राम बरबांसा में 07 दिवसीय विशेष योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसका समापन 13 सितम्बर 2024, शुक्रवार को किया गया।
प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विज्ञान संकाय की डीन प्रोफेसर (डॉ.)उषा खण्डेलवाल की अध्यक्षता में तथा बरबासाँ ग्राम के सरपंच श्री लीला गोंड के मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
प्रोफे. (डा. )उषा खण्डेलवाल ने ग्रामवासियों को योग के पहले हमें किस प्रकार मनोभूमि को तैयार करना चाहिए, किस प्रकार मन, आत्मा एवं आहार की शुद्धि पर ध्यान देना चाहिए, इस बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रोफे. (डा.) खण्डेलवाल ने योग साधकों को कई आसन करवाए, जिनमें चक्की आसन लोगों को बहुत रुचिकर लगा,उन्होंने कुछ सूक्ष्म व्यायाम भी बैठकर करवाए , जिससे कमर दर्द, घुटने दर्द एवं रक्त परिसंचरण तंत्र पर आवश्यक लाभ मिलता है।
प्रोफे. (डॉ.) सूर्यनारायण गौतम ने गीता के अनुसार योग के महत्व को बताया। डॉ. कपिल कुमार साहू ने पादहस्तासन, वृक्षासन एवं मयूरासन करवाया।
इस समापन कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री अजयकृष्ण पाण्येय जी ने भक्ति में योग क्रियाओं की महत्ता बताई। डॉ. अभय कुमार ने दर्शन में योग का महत्व बताया ।
योग शिक्षक श्री योगेश कुमार ने सिंहासन योग कराया, जो बच्चों के लिए बहुत ही रुचिकर रहा। प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग की संकायाध्यक्ष प्रो. उषा खण्डेलवाल की अध्यक्षता एवं ग्राम सरपंच श्री लीला गोंड़ के मुख्यातिथ्य मे योग शिविर सम्पन्न हुआ।
प्रशिक्षण में गांव के छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवा वर्ग भी सम्मिलित हुए। एकलव्य विश्वविद्यालय, दमोह की इस निःस्वार्थ सेवा हेतु सरपंच बरबासाँ ने विशेष रूप से प्रो. (डॉ.) सुधा मलैया कुलाधिपति एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह, श्रीमती पूजा मलैया एवं श्रीमती रति मलैया प्रतिकुलाधिपति, एकलव्य विश्वविद्यालय, दमोह, प्रोफे.(डॉ.) पवन कुमार जैन कुलपति एवं डॉ. प्रफुल्ल शर्मा कुलसचिव के प्रति इस सराहनीय कार्य के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित किया।
इस समापन कार्यक्म का संचालन डा. अभय कुमार ने बहुत ही विद्वता से किया एवं श्री योगेश पटेल ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया l
कार्यक्रम की जानकारी प्रो. डा. उषा खण्डेलवाल ने दी।