इन्दर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय पौखाल टिहरी गढ़वाल में आज दिनांक 20 सितम्बर2024 प्राचार्य प्रो. ए. एन. सिंह की अध्यक्षता में एवं हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बी. आर. भद्री के निर्देशन में “तनाव मुक्ति” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला के प्रथम सत्र मे कार्यक्रम संयोजक डॉ बी. आर. भद्री ने विद्यार्थियों कों तनाव से होने वाली हानियों के बारे मे अवगत करते हुये तनाव मुक्ति हेतु अनेक महत्वपूर्ण उपाय बताये I उन्होंने कहा की हमें आशावादी व सकारात्मक सोच वाला बनना चाहिए, तथा तनाव की स्थित मे मन को शांत रखकर व्यायाम अथवा योग करना चाहिए I

तत्पश्चात डॉ श्याम कुमार विभाग प्रभारी समाजशास्त्र विभाग ने अपने विचार व्यक्त करते हुये विद्यार्थियों कों तनाव की कारणों का विस्तार से उल्लेख करते हुये उन्हें इससे बचने हेतु विभिन्न विधियां बताई तथा मोबाइल से दूर रहने का सुझाव दिया I

कार्यशाला के द्वितीय सत्र मे डॉ अनुरोध प्रभाकर विभाग प्रभारी अर्थशास्त्र विभाग ने छात्र छात्राओं को बताया की तनाव का सबसे प्रमुख कारण आवश्यकता एवं अपेक्षाएं है. तनाव मुक्त होने केलिए इन पर नियंत्रण किया जाना अनिवार्य है इपनेसम्बोधन मे उन्होंने तनाव से होने होने दुशप्रभावोँ के बारे मे अवगत करवाते हुये तनाव मुक्त रहने की सलाह दी।

जिससे वें तनाव मुक्त रहकर अपनी कार्यक्षमता मे वृद्धि कर सकें। डॉ पंकज यादव विभाग प्रभारी राजनीतिक विज्ञान विभाग ने भी अपने अपने विचार व्यक्त करते हुये तनाव से बचने के उपाय बताये। डॉ के. एल. गुप्ता विभाग प्रभारी भूगोल विभाग तनाव से सम्बंधित जानकारी व इससेदूर रहने हेतु जागरूकता इत्यादि बिंदुओं पर सविस्तार से विचार रखें व सदैव तनाव मुक्त रहने की सलाह दी।

उक्त कार्यक्रम में प्राचार्य महोदय ने अपने वक्तव्य में छात्र छात्राओं से कहा की तनाव से व्यक्ति शारीरिक व मानसिक दोनों रूपों से प्रभावित होता है, इसीलिए हमें विभिन्न विकट परिस्थितियों मे घबराना नहीं चाहिए बल्कि धैर्य के साथ कार्य करते हुये आगे बढ़ते रहना चाहिए।

अपने वक़्तव मे प्राचार्य जी ने अपने जीवन के अनुभवों को छात्र छात्राओं के साथ साझा किया और छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा की अज्ञानता की तनाव का सबसे बड़ा कारण है जिसे ज्ञान व शिक्षा द्वारा ही दूर किया जा सकता है।

अंत मे प्राचार्य डॉ. ए. एन. सिंह जी ने उक्त कार्यक्रम की सराहना की। तथा भविष्य में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम को और अधिक बड़े स्तर पर आयोजित किये जाने को कहा।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएं व प्राध्यापकगण डॉ बी आर बद्री, डॉ अनुरोध प्रभाकर,डॉ के.एल गुप्ता, डॉ. श्याम कुमार, डॉ. पंकज यादव सहित कर्मचारीगण श्री मनोज, श्री राजेन्द्र राणा,श्रीमती कुसुम,श्री राजपाल गुसाईं, श्री अनिल सिंह, श्री गम्भीर सिंह व श्री रोशन दास आदि उपस्थित रहे।