राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा में आज दिनांक 19 अक्टूबर 2024 को 6 दिवसीय कार्यशाला “नवसृजन एवं नवपल्लव” के समापन समारोह का आयोजन किया गया।
यह कार्यशाला महाविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग एवं चित्रकला विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई थी।
इस अवसर पर छात्राओं द्वारा कार्यशाला में छः दिन तक अनुपयोगी सामग्री से परंपरागत भारत्तीय कलाओं ब्लू पॉटरी कला, मधुबनी कला, सांझी कला, पिछवाई कला, वरली कला इत्यादि का उपयोग करते हुए बनाई गई उपयोगी और कलात्मक वस्तुओं की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहायक निदेशक कोटा परिक्षेत्र डॉ. गीता राम शर्मा रहे और विशिष्ट अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय से आए संगीत विभाग (गायन) के प्रो. विनीत गोस्वामी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा चौहान द्वारा की गई।
प्रदर्शनी का अवलोकन कर सभी ने छात्राओं की प्रतिभा की सराहना की और उनका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम गृहविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. दीपा स्वामी ने दृश्य कार्यशाला की रूपरेखा सबके सम्मुख प्रस्तुत की।
अपने उद्बोधन में डॉ. गीता राम शर्मा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपने हुनर को पहचानने वाले कभी निराश नहीं होते। हमें आवश्यकता सिर्फ इसकी है कि हम अपने भीतर की पूर्णता को बाहर लाएं।
उन्होंने कहा की सृजनात्मकता का यह क्रम यहीं रुकना नहीं चाहिए, इसे निरंतर यूं ही आगे बढ़ते रहने देना है, इस कार्य में कॉलेज शिक्षा विभाग भी छात्राओं को पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा। छात्रा कनक श्रृंगी ने कार्यशाला के दौरान हुए अपने अनुभवों को साझा किया।
उन्होंने कहा कि हमें कार्यशाला में बहुत कुछ सीखने का मौका मिला, यह कार्यशाला हमारे भविष्य निर्माण में सहायक रहेगी।
महाविद्यालय प्राचार्य ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि महाविद्यालय की निस्तारण योग्य वस्तुओं से छात्राओं ने बहुत ही आकर्षक कलात्मक एवं उपयोगी वस्तुओं का निर्माण किया है। छात्राएं बहुत प्रतिभाशाली हैं, इन्हें केवल अवसर देने की आवश्यकता है, महाविद्यालय इस कार्य में छात्राओं की यथासंभव सहायता करेगा।
प्राचार्य जी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि इतने सुंदर काम के लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। तत्पश्चात छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. पारुल सिंह द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे। अंत में गृह विज्ञान विभाग की डॉ. श्रुति अग्रवाल ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।