डॉ० पीतांबर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार में उत्तराखंड सरकार के उच्च शिक्षा विभाग एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद, गुजरात के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 18 मार्च 2025 से चल रहे उद्यमिता विकास कार्यक्रम (ई.डी.पी.) का आज दिनांक 29 मार्च 2025 को छात्र-छात्राओं द्वारा बिजनेस आईडियाज की प्रस्तुति एवं भारत सरकार के एम.एस.एम.ई. पोर्टल पर उद्यम रजिस्ट्रेशन के साथ समापन हो गया।
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) डी०एस० नेगी, महाविद्यालय उद्यमिता केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ० एस० के० गुप्ता एवं कार्यक्रम समन्वयक श्री मनीष राणा द्वारा मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
कार्यक्रम के प्रथम एवं द्वितीय सत्र में कार्यक्रम समन्वयक श्री मनीष राणा द्वारा 15 प्रतिभागी छात्र- छात्राओं का भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एम.एस.एम.ई.) के पोर्टल पर ऑनलाइन उद्यम रजिस्ट्रेशन कराया गया।
इस अवसर पर सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं द्वारा अपने बिजनेस आईडियाज प्रस्तुत किए गए, जिसमें निर्णायक मंडल द्वारा आंगनवाड़ी गवर्नमेंट मर्चेंट एजुकेशन पर कुलदीप सिंह के बिजनेस आइडिया को प्रथम स्थान, स्वाति एवं पूनम के कृषि पॉलीहाउस के बिजनेस आइडिया को द्वितीय स्थान, क्लाउड किचन पर प्रस्तुत तनीषा ठाकुर के बिजनेस आइडिया को तृतीय स्थान प्रदान किया गया तथा प्राचार्य प्रोफेसर डी० एस० नेगी द्वारा पुरस्कृत किया गया।
प्रेरणा, महिमा अग्रवाल एवं आंचल के बुक कैफे पर प्रस्तुत किए गए बिजनेस आइडिया को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय उद्यमिता केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ० एस० के० गुप्ता ने 12 दिवसीय उद्यमिता कार्यक्रम की प्रगति आख्या प्रस्तुत करते हुए बताया कि विगत 12 दिवसों में विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों द्वारा छात्र-छात्राओं को सैद्धांतिक व्याख्यानों के साथ-साथ कौशल आधारित प्रशिक्षण के अंतर्गत हैंडीक्राफ्ट उत्पाद जैसे- बांस से लैंप, ट्रे , बास्केट, फैब्रिक ज्वेलरी बनाना , जूट के बैग बनाना, घरेलू अनुपयोगी सामग्री से सजावटी सामान बनाने, डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने तथा मार्केट सर्वे के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को विभिन्न ग्रुपों में बांटकर मेडिकेयर, ब्यूटी पार्लर, बेकरी, कॉमन सर्विस सेंटर, रेडीमेड गारमेंट्स, मोबाइल शॉप्स तथा हैंडीक्राफ्ट की दुकानों के मार्केट सर्वे का प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम के दसवें दिन फील्ड विजिट के दौरान छात्र-छात्राओं को रामपुर, कुंभीचौड़, कोटद्वार में स्थित ऑर्गेनिक फार्म में ले जाकर पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, मुर्गी पालन, पोली हाउस से सब्जी एवं फलों का उत्पादन, जर्मन शेफर्ड कुत्ता पालन तथा गोमूत्र से जीवामृत बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० डी०एस० नेगी ने प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत किए गए बिजनेस आईडियाज एवं मॉडल्स की प्रशंसा करते हुए 12 दिवसीय कार्यक्रम में प्राप्त किए गए प्रशिक्षण का भविष्य में फायदा उठाने तथा उद्यमिता एवं स्टार्टअप की फील्ड में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की वरिष्ठम प्राध्यापिका प्रोफेसर वसंतिका कश्यप ने छात्र-छात्राओं को अग्रिम भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी। प्रोफेसर आशा देवी ने छात्र-छात्राओं को उद्यमिता के महत्व के बारे में बताया। डॉ अभिषेक गोयल ने छात्र-छात्राओं को एक मन होकर जज्बे के साथ उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ाने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम का सफल एवं प्रभावपूर्ण संचालन डॉक्टर प्रियंका अग्रवाल द्वारा किया गया। डॉ सरिता चौहान, डॉ सुनीता नेगी एवं डॉ मीनाक्षी वर्मा द्वारा निर्णायक की भूमिका अदा की गई तथा धन्यवाद ज्ञापित कार्यक्रम समन्वयक श्री मनीष राणा द्वारा किया गया।