- गायत्री शक्तिपीठ डॉ 0 चिन्मय पण्डया का जन्म दिवस पर विशेष आहुतियां….
श्री राम भक्ति ऐसी श्रध्दा उभारती है।
निष्काम भाव शबरी ऋषि पथ बुहारती है।।
- श्रद्धा से युक्त होकर श्री राम और गुरु देव के जीवन से प्रेरणा ले व निष्ठा पूर्वक देव संस्कृति व राष्ट्र की आराधना करे… प्रभा शंकर दुबे
देवेंद्र सक्सेना, कोटा: गायत्री शक्तिपीठ कोटा में आयोजित नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ समारोह में हजारों गायत्री साधकों ने पूर्णाहुति भाग लिया इस अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ के सह व्यवस्थापक प्रभा शंकर दुबे ने कहा कि नौ दिन की अनुष्ठान साधना बिना श्रध्दा भक्ति के सफल नहीं हो पा ती जैसे हनुमान जी, मीरा, शबरी, गिलहरी ने श्रध्दा से प्रभु चरणों में स्थान पा लिया ऐसे ही हम नौ दिन की श्रध्दा युक्त अनुष्ठान साधना से गायत्री माता के चरणों में स्थान प्राप्त कर सकते हैं।
दुबे ने मुख्य व्यवस्थापक श्री तुलसी राम शर्मा का संदेश पढकर सुनाया उंहोने भगवान श्री राम, आचार्य श्री राम शर्मा, डॉ 0 चिन्मय पण्डया के जीवन पर प्रकाश डालते हुए भारतीय देव संस्कृति व राष्ट्र आराधना के लिए समय दान अशंदान देने के लिए प्रेरित किया। दुबे ने अपनी सुमधुर आवाज में श्री राम चरित मानस की प्रेरणादायक चौपाईयो का गायन किया।
मीडिया संयोजक देवेंद्र कुमार सक्सेना बताया कि इस अवसर गायत्री परिवार के वरिष्ठ सदस्य जी डी पटेल सहित यज्ञ व्यवस्था, भोजन व्यवस्था, चरण पादुका व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, संस्कृति ज्ञान परीक्षा, देवालय , लेखा व्यवस्था, दीया मीडिया आदि के संयोजक व हजारों की संख्या में गायत्री परिवार के सदस्य माता बहिनें बच्चे उपस्थित थे।