आज दिनांक 22 – 4 – 2025 को राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा शोध एवं विकास प्रकोष्ठ के तत्वावधान में संगीत विभाग की शोधार्थी श्रीमती संगीता सक्सेना द्वारा शोघ (सुविख्यात वाग्येयकार पंडित रामाश्रय झा रामरंग रचित अभिनव गीतांजलि भाग 1,2,3,एक अध्ययन) विषयक शोध कार्य प्रोफेसर राजेन्द्र माहेश्वरी के निर्देशन में पूर्ण करने के पश्चात शोध का प्री-सब्मिशन प्रस्तुतिकरण कार्यक्रम प्राचार्य डॉ 0 सीमा चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
प्राचार्य डॉ 0 सीमा चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि शोध परिवेक्षक प्रो0 राजेंद्र माहेश्वरी ने शोध की प्रासंगिकता एवं महत्व से विद्वानों एवं शोधार्थियों को अवगत कराया।
शोधार्थी संगीता सक्सेना ने अपना शोध सार प्रस्तुत करते हुए प्रबंध की रूपरेखा एवं अध्याय संयोजन को सविस्तार समझाया एवं शोध के निश्कर्ष पर गहन चर्चा करते हुए प्रचलित अप्रचलित रागों एवं बंदिशो को सभा में सस्वर प्रस्तुत किया।
प्राचार्य एवं विद्वानों द्वारा शोधार्थी संगीता के शोध एवं संगीत प्रस्तुतिकरण की सराहना की।
इस अवसर पर डॉ0 सुबोध कुमार, डाॅ 0 राजमल मालव, डाॅ 0 इरफ़ान अहमद, डाॅ 0 मनीषा शर्मा, सपना कोतरा, मीरा गुप्ता, डाॅ 0 पुनीता श्रीवास्तव,डॉ 0 धर्म सिंह मीना, डॉ 0 श्रध्दा सौरल, डाॅ 0 हिमानी सिंह डॉ 0 बबीता सिंघल, डाॅ मोहम्मद रिजवान खान, कविता मीणा सहित बड़ी संख्या में संकाय सदस्य उपस्थित रहे।