आज दिनांक 26 नवंबर 2025 को राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में संविधान दिवस के उपलक्ष्य में एवं महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में राष्ट्र गीत “वंदे मातरम्” के सामूहिक गायन के साथ युवा संसद का सफल आयोजन किया गया।
संपूर्ण कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी की अध्यक्षता तथा नोडल अधिकारी, कार्यक्रम संयोजक एवं राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ विनीत कुमार के मार्गदर्शन एवं संचालन में संपन्न हुआ।
सदन की कार्यवाही शीतकालीन सत्र के तौर पर सभापति की अध्यक्षता में नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण के साथ और धराली आपदा एवं जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में हुए आतंकी हमलों में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति श्रद्धांजलि देने के साथ प्रारंभ हुई।
प्रश्नकाल में विपक्ष की तरफ से सांसदों ने देश में बेरोजगारी, SIR, पहलगाम और दिल्ली में हुए आतंकी हमलों के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया जिसके प्रत्युत्तर में सत्ता पक्ष से उपस्थित सांसदों ने जवाब दिये।
उसके बाद शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष की तरफ से आतंकवादी हमलों, ऑपरेशन सिंदूर, अस्पतालों की बदहाली से संबंधित प्रश्न पूछे जिस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने अपने पक्ष रखे। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच तीखी बहस देखने को मिली।
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के अंतर्गत विपक्ष की ओर से ओलिंपिक में भारत के खिलाड़ियों द्वारा एक भी पदक प्राप्त नहीं कर पाने के बारे में सवाल पूछा जिस पर खेल मंत्री ने सरकार के पक्ष से अवगत कराया।
इसके साथ-साथ सदन में उपस्थित इंडोनेशिया से आए हुए विदेशी प्रतिनिधि मंडल का स्वागत भी किया गया।
कराधान विधि संशोधन विधेयक 2025 पर वोटिंग करवा कर प्रक्रिया आगे बढ़ी जिसमें सरकार के पक्ष में अधिक संख्या में वोट प्राप्त होने से उपरोक्त बिल पारित हुआ। साथ ही वक्फ बोर्ड से संबंधित विधेयक पर चर्चा के दौरान दोनों पक्षों ने अपने अपने विचार जोरदार तरीके से रखे। उसके बाद वोटिंग संपन्न हुई जिसमें उक्त विधेयक पारित हुआ।
अंत में सदन की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई।
कार्यक्रम संयोजक डॉ विनीत कुमार ने संविधान दिवस के उपलक्ष्य में बताया कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के द्वारा संविधान को अपनाया गया था। साथ ही राष्ट्र गीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भी उन्होंने कहा कि ये गीत आज भी देशभक्ति का ज़ज्बा हमारे दिलों में जगाता है और इस अवसर पर हम “वंदे मातरम” के रचयिता बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय जी को भी नमन करते हैं।
महाविद्यालय के शास्त्ता डॉ किशोर सिंह चौहान ने सभी प्रतिभागियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं और संविधान में निष्ठा बनी रहे इसके प्रयास भी लगातार जारी रखने की अपील की।
महाविद्यालय के प्राचार्य एवं कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने राष्ट्र गीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किए कार्यक्रम और युवा संसद हेतु समस्त प्रतिभागियों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे शिक्षित होने के साथ-साथ जागरूक भी बनें और अपने कर्तव्यों-अधिकारों का निर्वहन करें। उन्होंने देश की वर्तमान और वास्तविक राजनीतिक परिस्थितियों पर स्वरचित कविता के माध्यम से प्रभावशाली कटाक्ष भी किया जिसे सभी प्रतिभागियों एवं उपस्थित लोगों ने खूब सराहा।
कार्यक्रम के अंत में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए गए। सर्वश्रेष्ठ ड्रेसिंग सेंस के लिए संजना (बी.ए. पंचम सेमेस्टर), सर्वश्रेष्ठ सम्वाद डिलिवरी के लिए आईशा (बी.ए. प्रथम सेमेस्टर) एवं ओवरऑल प्रदर्शन के लिए आयुषि निर्मल (बी.एससी. तृतीय सेमेस्टर) को पुरस्कृत किया गया। निर्णायक मंडल में डॉ खुशपाल, डॉ यशवंत सिंह एवं डॉ भूपेश चन्द्र पंत सम्मिलित रहे।
युवा संसद में सभा पति की भूमिका में आयुषि निर्मल, प्रधान मंत्री की भूमिका में आर्यन, वित्त मंत्री की भूमिका में स्मृति रावत, गृह मंत्री की भूमिका में संजना, खेल मंत्री की भूमिका में आईशा, रक्षा मंत्री की भूमिका में साहिल, संसदीय कार्य मंत्री की भूमिका में राधिका, नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में शालिनी, महासचिव की भूमिका में आशिका पंवार, अतिथि गणों भूमिका में वंदना एवं नर्मदा तथा सांसदों की भूमिकाओं में आयुष, आदित्य, सलोनी, प्रियांशी, किरण, सृष्टि, राधिका, कावेरी, शालिनी, विकास, जागृति, समीक्षा, ज्योति आदि छात्र-छात्राएं सम्मिलित रहे।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ बृजेश चौहान, डॉ आलोक बिजल्वाण, छात्र लखबिंदर कुमार, शुभम सिंह, साहिल और आयुष का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कार्यक्रम में डॉ रजनी चमोली, डॉ सुगंधा वर्मा, डॉ निशि दुबे, डॉ अशोक कुमार अग्रवाल, डॉ प्रभदीप सिंह, श्री राजेश राणा, श्री होशियार सिंह, श्री जय प्रकाश भट्ट, श्री सुनील गैरोला, श्री अमीर सिंह चौहान, श्री सुनील रमोला, श्री नरेश रमोला, श्री कौशल सिंह बिष्ट, श्रीमती विजय लक्ष्मी, श्री संजय कुमार, श्री रमेश चंद्र एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।


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