राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में आज दिनांक 24 सितंबर 2024 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली एवं महाविद्यालय की वर्चुअल लैब समिति के संयुक्त तत्वावधान में विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों हेतु एक दिवसीय वर्चुअल लैब कार्यशाला का आयोजन किया गया।
वर्चुअल लैब समिति के संयोजक वैभव कुमार ने बताया कि वर्चुअल लैब परियोजना, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन के अंतर्गत भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की एक पहल है।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता एवं प्रस्तुतकर्ता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली के कार्यकारी अभियंता श्री चंदन कुमार ने विस्तार पूर्वक वर्चुअल लैब का प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि यह परियोजना 12 सहभागी संस्थाओं की एक संयुक्त गतिविधि है और आईआईटी दिल्ली समन्वयक संस्थान की भूमिका में है। पहली बार दूरस्थ प्रयोग में इस तरह की पहल की गई है। उन्होंने कहा कि परियोजना के लक्षित लाभार्थियों में विज्ञान और इंजीनियरिंग कॉलेजों के सभी छात्र और संकाय सदस्य जिनके पास अच्छी प्रयोगशाला सुविधाओं और उपकरणों तक पहुंच नहीं है, वह सभी सम्मिलित हैं।
मुख्य वक्ता तथा आईआईटी दिल्ली के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने कहा कि नवीनतम तकनीक और विधाओं का उपयोग करके दुर्गम क्षेत्र के विद्यार्थियों को भी नई शिक्षण पद्धतियों से अवगत कराया जा सकता है जिसके लिए हमारा महाविद्यालय निरंतर प्रयासरत रहता है। इंटरनेट के माध्यम से सिमुलेशन आधारित प्रयोग को दूरस्थ रूप से वर्चुअल मोड में क्रियान्वित किया जा सकता है।
इस अवसर पर विज्ञान संकाय की श्रीमती कृष्णा डबराल, श्री बृजेश चौहान, डॉ अशोक कुमार अग्रवाल तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।


More Stories
विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने किया नमन,उनके चित्र पर अर्पित किए श्रद्धा-सुमन
प्रधानमंत्री मोदीजी की ‘मृत्यु-कामना’ वाली कांग्रेस की हिंसक मानसिकता अक्षम्य अपराध है—अरविंद सिसोदिया
गजा: क्वीली पट्टी के ग्राम पंचायत दाबडा की प्रथम बैठक समपन्न, अनेक प्रस्ताव पारित