December 28, 2025

Naval Times News

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राजकीय महाविद्यालय नैनबाग टिहरी गढ़वाल में नैक पीयर टीम ने किया निरिक्षण

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आज दिनांक 14 मई 2024 को नैक पीयर टीम का प्रातः 8:30 बजे राजकीय महाविद्यालय नैनबाग मे आगमन हुआ। महाविद्यालय द्वारा टीम का भव्य स्वागत किया गया।

टीम में डॉक्टर मृणालिनी फडणवीस, कुलपति सोलापुर विश्वविद्यालय सोलापुर महाराष्ट्र, अध्यक्ष के रूप में, प्रोफेसर वशिष्ठ नारायण त्रिपाठी भूतपूर्व प्रोफेसर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, समन्वयक सदस्य एवं डॉo संतराम कमलेश, प्राचार्य राजकीय बिलासा महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़, सदस्य के रूप में शामिल थे।

नैक पीयर टीम द्वारा निरीक्षण के प्रथम दिवस पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर सुमिता श्रीवास्तव ने टीम के सभी सदस्यों को गुलदस्ता एवं शॉल भेंट कर हार्दिक स्वागत किया।

स्वागत समारोह के बाद प्राचार्य द्वारा महाविद्यालय के समस्त गतिविधियों के संबंध में नैक पीयर टीम के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया गया। आईक्यूएसी के समन्वयक परमानंद चौहान ने आईक्यूएसी के द्वारा किए जा रहे कार्यों को विस्तार से पीयर टीम के सामने प्रस्तुत किया। इसके बाद पीयर टीम ने अनेक विभागों का निरीक्षण किया तथा संबंधित विभागाध्यक्षों से प्रगति संबंधी बातचीत की।

पीयर टीम ने छात्रों के अभिभावकों, भूतपूर्व छात्रों, नियमित छात्रों से भी बातचीत की। दोपहर के खाने के समय नैक पीयर टीम ने उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड के द्वारा नियुक्त प्रतिनिधियों प्रोफेसर पंकज कुमार, प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय थत्यूड़ एवं प्रोफेसर अनिता तोमर, विभागाध्यक्ष गणित, पंडित ललित मोहन श्री देव सुमन विश्वविद्यालय केंपस ऋषिकेश से मुलाकात की।

सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने नैक पीयर टीम के समक्ष स्थानीय लोकगीतों पर शानदार प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर मंजू कोगियाल विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद नैक पीयर टीम ने आईक्यूएसी के समन्वयक एवं सदस्यों से मुलाकात की एवं आईक्यूएसी द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की आईक्यूएसी के समन्वयक परमानंद चौहान ने नैक पीयर टीम को आईक्यूएसी के भूमिका के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

नैक पीयर टीम द्वारा महाविद्यालय के अन्य शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों से बातचीत किया गया तथा महाविद्यालय के अभिलेखों का गहनता से निरीक्षण किया गया।

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