हरिद्वार:  स्थित धनौरी पीजी कॉलेज में दिनांक 2 दिसंबर, 2023 को दो दिवसीय कार्यशाला (1-2 दिसंबर) का समापन हुआ।

इस कार्यशाला का आयोजन भौतिक विज्ञान विभाग, धनौरी पीजी कॉलेज के द्वारा किया गया। “भौतिक विज्ञान के उपकरण” कार्यशाला का मुख्य विषय रहा।

दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिवस का प्रारंभ मुख्य अतिथियों एवं कॉलेज की उप प्राचार्य के द्वारा माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।

कार्यशाला में मुख्य अतिथि श्री प्रवीण गुप्ता और अतिथि श्री माँगेराम (डीएवी पीजी कॉलेज, मुज्जफरनगर) रहे। मुख्य अतिथियों के द्वारा बीएससी (पीसीएम) एवं एमएससी (भौतिक विज्ञान) के छात्र-छात्राओं को भौतिक मापन सम्बंधित जानकारी सहित इनके उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया।

श्री माँगेराम ने भौतिक उपकरणों की अल्पतमांक निकालने की विधि बताई। उन्होंने प्रयोगशाला में उपकरणों के निरंतर प्रयोग करने से उनमें आई कमियों को भी दुरुस्त किया।

उप प्राचार्य डॉ. अलका सैनी ने छात्र-छात्राओं को उनके अकादमिक भविष्य हेतु इस दो दिवसीय कार्यशाला के महत्व के विषय में बताया साथ ही भौतिक उपकरणों के सहायता से नित नए तथ्यों को प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया।

भौतिक विज्ञान के प्रभारी डॉ. संदीप कुमार ने इस अवसर पर भिन्न-भिन्न भौतिक उपकरणों के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। डॉ. सुशील कुमार ने भौतिक विज्ञान का दैनिक जीवन में महत्व बताते हुए अपने विचार प्रस्तुत किये।

दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिवस पर छात्र-छात्राओं हेतु सामान्य विज्ञान सम्बंधित और भौतिक विज्ञान के उपकरणों आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। सामान्य विज्ञान प्रश्नोत्तरी में प्रथम स्थान शालू (बीएससी तृतीय वर्ष), द्वितीय स्थान शालिनी (एमएससी प्रथम सत्र) और तृतीय स्थान आदित्य सैनी (बीएससी तृतीय वर्ष) को प्राप्त हुआ।

प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथियों एवं उप प्राचार्य द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।

कार्यशाला का संचालन डॉ. मोनिका मित्तल के द्वारा किया गया।

भौतिक विज्ञान के सहायक आचार्यगणों में डॉ. निधि शर्मा, डॉ. वरुण कुमार, डॉ. अमरदीप, डॉ. कुसुम एवं लैब असिस्टेंट सुश्री पूजा नेगी द्वारा कार्यशाला को सम्पन्न कराने में विशेष योगदान दिया गया।

कार्यशाला में गृह विज्ञान प्रभारी डॉ. प्रियंका कुमारी भी उपस्थित रही। दो दिवसीय कार्यशाला का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।