आज दिनांक 14 फरवरी 2024 को वीर शहीद केशरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर के बी एड विभाग में बसन्त पंचमी कार्यक्रम को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।

कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो जी आर सेमवाल ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। उन्होंने सभी नव प्रशिक्षु बी एड प्राध्यापकों को बसन्त पंचमी का महत्व बताते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मीडिया प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ दीप्ति बगवाड़ी ने बताया कि बी एड एवं योग विभाग के समन्वयक प्रो आर एस गंगवार ने सभी छात्र/छात्राओं को बसन्त पंचमी का हमारे जीवन मे क्या महत्व है तथा उसे क्यो मनाया जाता है के बारे में विस्तार से बताया तथा उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से बसन्त के आगमन पर वृक्षों पर नए फूल पत्ते खिलते हैं उसी प्रकार हमें भी अपने जीवन मे नए सकारात्मक विचारों को ग्रहण कर इस पर्व से सीख लेनी चाहिए।

योग विभाग के अध्यापक श्री अनुज जोशी जी ने भी बसन्त पंचमी के बारे में छात्र छात्राओं को बताया कि बसन्त पंचमी में किस प्रकार से प्रकृति में परिवर्तन होता है उसी प्रकार प्रकार से हमारे जीवन मे भी विभिन्न प्रकार के परिवर्तन होते रहते हैं तो हमें उन सभी परिवर्तनों के साथ सामंजस्य बनाके अपने जीवन मे आगे बढ़ना होता है।

अंत मे बी एड विभागाध्यक्षा डॉ रुचि बहुखंडी ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बताया कि हमारे जीवन मे बसन्त पंचमी के पर्व का धार्मिक , आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक रूप से क्या महत्व है ।

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बी एड के छात्र/छात्राओं ने भी बसन्त पंचमी के पर्व पर अपने अपने विचार प्रस्तुत किये एवं श्लोक और माँ सरस्वती की वंदना से कार्यक्रम की शोभा को और बढ़ाया ।

कार्यक्रम का समापन ध्यान सत्र के साथ हुआ, जो कि डॉ रुचि बहुखंडी के द्वारा करवाया गया। उन्होंने ध्यान के बारे में भी छात्रों को बताया कि ध्यान करने से हमारी मानसिक शक्ति एवं स्मरण शक्ति में वृद्धि होती होती है, उन्होंने बताता की अगर आज के युवाओं को ध्यान से जोड़ा जाए तो आज उनके जीवन मे आने वाली कठिनाइयों से उनको छुटकारा मिल सकता है ।

कार्यक्रम में बी एड विभाग के अध्यापक श्रीमती प्रिंसी कर्णवाल, डॉ कविता बडोला, श्री जे पी नौगाईं, श्री अभिषेक गौड़ एवं योग विभाग से श्री अनुज जोशी मौजूद रहे
छात्र/छात्राओं में रमन, अमित तोमर, अवनीश, साधना, आरती, शुभांगी, साक्षी, शिल्पी बडोनी, दीप्ति, प्रियंका आदि उपस्तिथ रहे।