आज दिनांक 1 अक्टूबर 2024 को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (मालदेवता) रायपुर, देहरादून में राष्ट्रीय सेवा योजना तथा नमामि गंगे के संयुक्त तत्वाधान में *”वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अवसाद की बढ़ती घटनाएं एवं उसका निदान”* विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता मानसिक स्वास्थ्य विभाग, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में कार्यरत डाॅ तेजस्विनी राणा ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित किया तथा उनकी समस्याओं का समाधान किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ०) विनोद प्रकाश अग्रवाल द्वारा मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ भेंट करके किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ तेजस्विनी राणा द्वारा अवसाद की बढ़ती समस्याओं के लक्षण, कारण और उसके निदान पर विस्तृत चर्चा की गई तथा अवसाद की समस्या से संबंधित छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दिए गए।

कार्यक्रम का संचालन नमामि गंगे की नोडल अधिकारी डॉ० कविता काला द्वारा किया गया। कार्यक्रम प्रारंभ होने से पूर्व महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ० सुमन सिंह गुसांई द्वारा कार्यशाला की संपूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत की गई तथा राष्ट्रीय सेवा योजना की सदस्य डॉ प्रत्युषा ठाकुर ने छात्र-छात्राओं को प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम के अंत में रसायन विज्ञान विभाग में कार्यरत प्राध्यापक डॉ० योगेश चंद्र नैनवाल द्वारा मुख्य वक्ता का धन्यवाद प्रेषित किया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर यतीश वशिष्ठ प्रोफेसर, एमएस पवार, प्रोफेसर ज्योति खरे, डॉ अनीता चौहान, डाॅ डिंपल भट्ट, डॉ रितु कश्यप , डॉ रामचंद्र सिंह नेगी, डॉ धर्मेंद्र राठौर, डॉ शैलेंद्र कुमार, डाॅ रेखा चमोली, डॉ पूजा रानी, डॉ लीना रावत,कर्मचारी पंकज कठैत, अभय उनियाल, रोहित एवम छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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