उच्च शिक्षा निदेशालय उत्तराखंड नैनीताल की आदेश अनुपालन में माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा की गई घोषणा राज्य के विश्वविद्यालय व शिक्षण संस्थानों में आपदा प्रबंधन के पाठ्यक्रम और कार्यशाला का आयोजन के क्रियान्वयन के संबंध में आज दिनांक 7 मार्च 2024 को

शहीद श्रीमती हंसा धनाई राजकीय महाविद्यालय अगरोड़ा (धारमण्डल) टिहरी गढ़वाल के प्रभारी प्राचार्य जी के निर्देशन में भूगोल विभाग द्वारा “आपदा प्रबंधन” पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य छात्र/ छात्राओ में आपदा प्रबंधन के महत्व एवं आवशयकता से रूबरू करना था।

कार्यशाला में महाविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान के शिक्षक डाॅ0 बिशन लाल द्वारा आपदा प्रबंधन के बारे में वर्तमान में तेजी से बढ़ते औद्योगिकरण तथा भौतिकवाद के दुष्प्रभावों से बढ़ती आपदाओं तथा भूस्खलन, जैसे आपदा पर अपने विचार छात्र/छात्राओ के सम्मुख रखे।

महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. छत्र सिंह कठायत जी द्वारा भूकंप , बाढ, जैसी विनाशकारी आपदा से बचने के उपाय के विषय में व्यावहारिक रूप से छात्रों को अवगत कराया। तत्पश्चात अर्थशास्त्र के शिक्षक श्री अनुपम रावत जी ने भी कोरोना महामारी सहित जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी प्रदान की।

कार्यक्रम संयोजक डाॅ0 प्रमोद सिंह (भूगोल विभाग) जी ने भी आपदा प्रबंधन की आवश्यकता तथा महत्व विषय से जुड़े महत्त्वपूर्ण पहलुओं जैसे आपदा के स्वरूप, प्राकृतिक व मानवजनित प्रकोप व आपदा, आपदापूर्व, आपदा उपरान्त, आपदा न्यूनीकरण, पर्यावरण प्रदूषण, प्रकृति संरक्षण,आपदा को सभी घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता किंतु इसके प्रभाव को आधुनिक तकनीकी अनुप्रयोग से सीमित जरूर किये जा सकते है।

आपदा प्रबंधन के सही जानकारी के लिए पूर्ववर्ती घटनाओं के विश्लेषण कर वर्तमान एवम् भविष्य में जोखिम को कम करने में मदत मिलती है आदि को पीपीटी के माध्यम से छात्र-छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।

कार्यशाला में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया गया। इसके साथ कई छात्र/छात्राओं जिनमें, कोमल, अल्का,अनीशा शाह, ज्योति, अनीषा, सुशील कुमार ,अक्षय द्वारा भी आपदा प्रबंधन पर अपने विचार साझा किए गए।

कार्यक्रम का संचालन भूगोल के विभागाध्यक्ष डाॅ0 प्रमोद सिंह ने किया। कार्यशाला में समस्त शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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