नवल टाइम्स न्यूज़,5-03-2024: राजकीय महाविद्यालय पैखाल में मंगलवार को मुख्यमंत्री सुरक्षा अभियान के तहत आपदा प्रबंधन पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी को अध्यक्षता करते हुए भूगोल विभाग के असि० प्रो० डॉ० के एल गुप्ता ने बताया बादल का फटना, बाढ़, सूखा, सुनामी, चक्रवात, भूकंप, ज्वालामुखी आदि प्राकृतिक आपदा के साथ–साथ मानव जनित आपदा प्रबंधन पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
आपदा को सभी घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता जैसे ज्वालामुखी भूकंप आदि किंतु इसके प्रभाव को आधुनिक तकनीकी अनुप्रयोग से सीमित जरूर किये जा सकते है।
प्रत्येक वर्ष अलग अलग आपदाओं से लाखों लोग अपनी जान जोखिम में डाल रहे है। केदार नाथ त्रासदी, उत्तरकाशी और रानीपोखरी में बादल फटने से भरी हानि जैसे पुल का बह जाना आदि। भारत के समुद्री तटवर्ती भागों में प्रत्येक बार चक्रवात और तड़ित झंझा भयंकर तबाही मचाते रहते है।
वैज्ञानिक तकनीकी के विकास से सटीक जानकारी से अब जन हानि पर काफी नियंत्रण पाया जा सका है।
आपदा प्रबंधन के सही जानकारी के लिए पूर्ववर्ती घटनाओं के विश्लेषण कर वर्तमान एवम् भविष्य में जोखिम को कम करने में मदत मिलती है। इस गोष्ठी में मुख्यवक्ता डॉ संजीव प्रसाद भट्ट जी ने पर्यावरणीय प्रकोप को कम करने के उपाय पर वेदों–उपनिषदों में दर्शाए गए श्लोकों के माध्यम से किया और पर्यावरण संरक्षण पर विस्तृत जानकारी दिया।
डॉ श्याम कुमार जी ने आपदा प्रबंधन पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए बताया कि समाज के प्रत्येक वर्ग को आपदा प्रबन्धन संबंधी जानकारी होने चाहिए। इस दौरान महाविद्यालय को अध्यक्ष शिवानी, संजना, निकिता, नीतू, काजल, नेहा, पूजा आदि उपस्थित रहे।