राज्य सरकार की ‘देवभूमि उद्यमिता योजना’ के तहत’ श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में ‘देवभूमि उद्यमिता केंद्र’ की स्थापना की है।

यह केंद्र राज्य के युवा उद्यमियों के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगा, जिससे उन्हें अपने विचारों को आगे बढ़ाने का एक सामर्थ्यपूर्ण स्रोत मिलेगा। श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर, प्रोफेसर एन.के. जोशी ने बताया कि देवभूमि उद्यमिता केंद्र राज्य के युवा उद्यमियों के लिए एक नई ऊर्जा स्रोत है।

यह केंद्र उन्हें उद्यमिता क्षमता को बढ़ाने और उनके विचारों को वास्तविकता में बदलने का मंच प्रदान करेगा। देवभूमि उद्यमिता केंद्र में विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें शिक्षा, प्रशिक्षण, और आर्थिक समर्थन की सुविधाएं शामिल हैं। यह केंद्र छात्रों को विभिन्न व्यापारिक क्षेत्रों के लिए आवश्यक ज्ञान, सीख, और समर्थन प्रदान करेगा। देवभूमि उद्यमिता केंद्र, श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में नए उद्यमियों को समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करने का एक और कदम है, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

प्रोफेसर एन.के. जोशी ने बताया कि श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी की नोडल ऑफिसर, प्रोफेसर अनिता तोमर, ने 5 दिसम्बर से 10 दिसम्बर 2023 तक देवभूमि उद्यमिता योजना, स्वरोजगार एवम् उद्यमिता कौशल संवर्धन तथा स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने हेतु ई०डी०आई०आई० अहमदाबाद में ‘फैकल्टी मेंटरशिप’ कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, प्रोफेसर तोमर ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता बढ़ाने के लिए नवीन दृष्टिकोण और कौशल प्राप्त किए है।

प्रोफेसर अनीता तोमर, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की नोडल ऑफिसर, ने बताया कि ‘देवभूमि उद्यमिता योजना’ का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड राज्य के युवा मनोबल को उद्यमिता की दिशा में बढ़ावा देना और युवा उद्यमियों को उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण, और आवश्यक संसाधनों के साथ समर्थन प्रदान करके उन्हें विभिन्न उद्यमिता क्षेत्रों के लिए प्रेरित करना है।

यह कार्यक्रम स्थानीय समुदायों में विकास को बढ़ावा देगा और युवा पीढ़ी को उद्यमिता के नवीन अवसर प्रदान करेगा। इस पहल के तहत, उद्यमियों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वे अपनी क्षमताओं को सुधारकर और नए आईडिया और नवीनतम तकनीक का उपयोग करके नए क्षेत्रों में कार्य कर सकें, जिससे उन्हें वित्तीय स्थिरता हासिल होगी। देवभूमि उद्यमिता केंद्र, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में नए उद्यमियों को समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करने का कदम है, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

प्रोफेसर अनीता तोमर ने बताया कि उन्होंने 5 दिसम्बर से 10 दिसम्बर, 2023 तक भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद, के आयोजित ‘फैकल्टी मेंटरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम’ में भाग लिया।इस कार्यक्रम के दौरान, प्रोफेसर तोमर ने उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता बढ़ाने के लिए नए दृष्टिकोण और कौशल प्राप्त किए हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, बूट कैम्प, प्रशिक्षण सत्र, और फंडिंग की संभावनाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे उद्यमिता की दिशा में जागरूकता बढ़ाई जाएगी और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जानकारी प्रदान की जाएगी।

प्रोफेसर तोमर ने बताया कि मार्च 2024 तक उत्तराखंड के समस्त विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में 40 बूट कैम्प्स का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक कैंप में 250 छात्रों को उद्यमिता में प्रशिक्षण किया जाएगा। इन कैंपों के माध्यम से उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की दिशा में कौशल विकसित किए जाएंगे । इसके लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

प्रोफेसर तोमर ने उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के साथ मिलकर उत्तराखंड के युवा मानसिकता को प्रेरित करने और उन्हें सशक्त करने का कार्य करने का इरादा किया है। उन्होंने कहा कि तीर्थस्थल ऋषिकेश योग नगरी है जहाँ पर उद्यम स्थापना के विभिन्न क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं।

यह योजना न केवल युवा में प्रेरणा पैदा करेगी, बल्कि उन्हें सफल उद्यमियों बनाने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करेगी। यह कार्यक्रम उत्तराखंड के युवाओं को स्वायत्त और उद्यमिता में कुशल बनाने का उद्देश्य रखता है, जिससे राज्य के कुल विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया जा सके।

इस अवसर पर कैम्पस निदेशक प्रोफ़ेसर एम.एस. रावत ने बताया कि यह केंद्र नए रोजगार के अवसर प्रदान करने में सहायक होगा और राज्य के युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रोफ़ेसर रावत ने बताया कि योजना के विवरण और आवश्यक आवश्यकताओं के बारे में अधिक जानकारी के लिए प्रोफेसर अनिता तोमर से संपर्क करें।

प्रोफ़ेसर रावत ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि देव भूमि उद्यमिता विकास योजना क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा तथा इस योजना से यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्रायें एवं स्थानीय नागरिक लाभान्वित होंगे। देव भूमि उद्यमिता केंद्र स्थापित होने पर शिक्षकों, छात्र-छात्रओं तथा स्थानीय लोगों में प्रसन्नता की लहर है।