हरिद्वार: ब्रह्मपुरी रावली महदूद निवासी एक वृद्धा ने अपनी ही सगी तीन बेटियों पर सम्पत्ति के लिए परेशान करने तथा धमकाने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगायी है।
पीडि़त महिला सुमित्रा पत्नी स्व. नेगी राम कटारिया ने सोमवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उसके द्वारा बेची गयी संपत्ति से प्राप्त रकम तीनों बेटियों में बांट दी, जबकि चौथी बेटी की शादी करवा दी।
पीडिता का आरोप है कि पुलिस से शिकायत करने पर उसकी कोई मदद नहीं की जा रही है। बल्कि उसको न्यायालय जाने की सलाह दी जा रही है। जबकि सम्पत्ति को उसके द्वारा पड़ोस की दो महिलाओं को बेचा जा चुका है।
बृद्धा का आरोप है कि उसकी बेटियां उसके घर पर पथराव करते हुए तोडफोड़ कर रही है। एक बेटी को ज्वालापुर क्षेत्र में एक मकान भी खरीदकर दे चुकी हैं, लेकिन उसके बावजूद पैसे के लालच में उसे व सम्पत्ति खरीदने वाले लोगों को परेशान किया जा रहा है।
पीडिता ने बताया कि उसके पति का देहांत वर्ष 2001 में हो चुका है। उसकी चार बेटियां और एक बेटा था। बेटे का भी देहांत हो चुका है। बेटे के चार बच्चे हैं। जबकि वह चारों बेटियों का विवाह कर चुकी है। जिनमें तीन बेटियां सहारनपुर, सुभाषनगर और हरियाणा में रहती है। एक बेटी कोतवाली नगर हरिद्वार स्थित ब्रहा्रपुरी क्षेत्र में रहती है।
विवाह में हुए खर्च के चलते वह कर्ज में डूब गयी। जिस कारण उसने कर्जा चुकाने के लिए पति की सम्पत्ति को शिक्षा पत्नी बाबूराम और मीरा पत्नी विजयपाल निवासीगण रावली महदूद ब्रहा्रपुरी रोशनाबाद हरिद्वार को 22 फरवरी 23 को बेच दिया।
वह खुद अपने बहू के साथ रहती हैं और उसके खर्च चलाने में उसकी ब्रम्हापुरी कोतवाली नगर हरिद्वार निवासी बेटी मदद करती है।
पीडिता ने बताया कि सहारनपुर बेटी को एक मकान ज्वालापुर क्षेत्र में दिला दिया। उसने बेची गयी सम्पत्ति से चारों बेटियों व बहू को कुछ ना कुछ हिस्सा दिया।
आरोप हैं कि लेकिन उसके बावजूद भी कोतवाली नगर हरिद्वार ब्रहा्रपुरी निवासी बेटी को छोड़ कर तीनों बेटियां उसको परेशान करते हुए धमका रही है। इतना ही नहीं तीनों बेटियों द्वारा उनकी सम्पत्ति खरीदने वाले दोनों परिवार को भी सम्पत्ति छोड़कर चले जाने के लिए धमकाया जा रहा है। इतना ही नहीं तीनों बेटियों द्वारा खरीददारों के परिवार पर पथराव करते हुए गाली गलौच करते हुए परेशान किया जा रहा है। जबकि इस मामले में को लेकर दोनों खरीददार पक्षों ने न्यायालय की शरण ली है।
न्यायालय में सम्पत्ति पर स्टे दिया है। मामले की शिकायत पुलिस से करने पर उनको न्यायालय जाने की सलाह दी जा रही है। पीडिता ने पत्रकार वार्ता के जरिये तीनों बेटियों से न्याय दिलाने की गुहार लगाई।