देवेंद्र सक्सेना, तालेड़ा: आज विश्व अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर पहचान सेवा समिति कोटा की उपाध्यक्ष डॉ. नेहा प्रधान और सदस्या डॉ. सुलक्षणा शर्मा ने तालेड़ा स्थित सावित्री बाई फुले वृद्धाश्रम में वृद्धजनों से मुलाकात की।
समिति की उपाध्यक्ष डॉ0 नेहा ने वृद्धजन दिवस मनाने की आवश्यकता क्यों है और वर्तमान में उसकी कितनी सार्थकता पर अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही भारत जैसे सनातनी देश में वृद्धों की ऐसी स्थिति पर चर्चा की। डॉ. सुलक्षणा शर्मा ने वर्तमान स्थिति की विवेचना करते हुए सभी वृद्धजनों का कुमकुम और अक्षत से तिलक कर सम्मान किया। वृद्धजनों के सम्मान में उन्हें फल वितरण किए गए।
इस अवसर पर सभी वृद्धजनों से उनकी इस स्थिति के लिए चर्चा की गई। कई महिला वृद्धजनों ने अपने परिवार के बारे में जानकारी प्रदान की तथा उनके यहां रहने के कारण को बताया। वृ़द्धाश्रम की संचालिका सीमा शर्मा ने बताया कि अधिकतर वृद्धजनों के पुत्र शराब का सेवन करते हैं और फिर उनसे पेंशन छीनकर मारपीट करते थे इसलिए उन्होंने यहां रहना स्वीकार कर लिया।
श्रीमती सीमा ने बताया कि यह आश्रम कोटा के छावनी स्थित एक एनजीओ द्वारा संचालित किया जाता है। इन वृद्धजनों का ध्यान रखने के लिए केशोदा के सामाजिक कार्यकर्ता संजय कुमार मेघवाल, केयर टेकर पिंकी शर्मा, बूंदी के कपांडडर रोहित कुमार श्रृंगी, भोजन बनाने के लिए संजू शर्मा, हंसा बाई सभी मिलजुल कर काम करती हैं।