December 15, 2025

Naval Times News

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इन्दर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय पौखाल (टिहरी गढ़वाल) में धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

इन्दर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय पौखाल (टिहरी गढ़वाल) में धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

इन्दर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय पौखाल (टिहरी गढ़वाल) में दिनांक 15 अगस्त, 2025 को धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वप्रथम महाविद्यालय के आदरणीय प्राचार्य प्रोफेसर ए. एन. सिंह जी द्वारा ध्वजारोहण किया गया।

राष्ट्रगान के उपरांत आदरणीय प्राचार्य ने अपने संदेश में भारत की स्वतंत्रता दिलाने में जितने भी अमर शहीद थे उन सभी को नमन किया और कहा कि बड़ी मुश्किल से हमारे देश को आजादी मिली है। आजादी दिलाने में अमर शहीदों महात्मा गांधी जी, नेहरु जी और अन्य नेताओं और सामाजिक सुधार आंदोलन महिलाओं के योगदानों को भी हमें वर्तमान में नई पीढ़ी को बताना और समझाना होगा।

और वर्तमान में क्षेत्रवाद, भाषावाद व जातिवाद से भी हमें ऊपर उभरना होगा साथ में स्वच्छता और पर्यावरण का भी ध्यान रखना होगा जिससे हमारा सतत विकास भी संभव हो सके तथा उच्च शिक्षा निदेशक महोदय के संदेश को भी सभी छात्र व छात्राओं के सामने पड़ा और अंत में सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी इस शुभ अवसर पर डॉक्टर बी. आर. भद्री, डॉ. अनुरोध प्रभाकर,डॉ. बबीत बिहान, डॉ गोविंद आदि ने भी संबोधित किया वह स्वतंत्रता दिवस की सभी को बधाई दी।

इसके उपरांत प्राचार्य महोदय के निर्देशानुसार व संरक्षण में महाविद्यालय प्रांगण में पेड़ पौधे भी लगाए गए और स्वच्छता अभियान भी किया गया। इस शुभ अवसर पर सभी शिक्षक गण और कार्यालय कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम प्रभारी डॉ. बी.आर. भद्री जी द्वारा नशा का शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया गया कि किस प्रकार मनुष्य के शरीर पर नशे द्वारा उसके फेफड़े अन्य शारीरिक अंग खराब होते हैं। शादी समारोह में किस प्रकार शराब का सेवन बढ़ता जा रहा है उस पर रोकथाम होनी चाहिए। नशे से युक्त व्यक्ति अपना मानसिक व शारीरिक संतुलन खो बैठता है और समाज में उसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है साथ ही नशा मुक्ति शपथ भी सभी छात्र व छात्राओं को दिलाई गई।

डॉ. बबीत कुमार बिहान ने अपने वक्तव्य में नशा छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र या पुनर्वास केंद्र की जानकारी दी, जिसमें नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों को संरक्षित वातावरण प्रदान किया जाता है। नशा मुक्ति केंद्र में नशा छुड़ाने की चिकित्सा- मनोवैज्ञानिक परामर्श व व्यवहार, अध्यात्मिक दर्शन और योग आदि द्वारा नशा छुड़ाया जाता है।

इस कार्यक्रम के अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. अनुरोध प्रभाकर व डॉ.अरविंद नारायण, डॉ. गोविन्द कुमार, डॉ. पुष्पा एवं कार्यालय कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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