उत्तराखंड एसटीएफ ने किया 52 लाख की ठगी का खुलासा, पंजाब से चार गिरफ्तार
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की साइबर क्राइम टीम ने ऑनलाइन ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए चार लाेगाें काे पंजाब से गिरफ्तार किया है। आरोपित सोशल मीडिया पर फर्जी ट्रेडिंग बिजनेस का विज्ञापन देकर लोगों को लुभाकर ठगते थे। इनके तार देशभर में जुड़े हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) एसटीएफ नवनीत सिंह ने सोमवार को बताया कि उधमसिंह नगर के एक पीड़ित ने फरवरी 2024 में साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने फेसबुक पर एक ट्रेडिंग बिजनेस का विज्ञापन देखा और लिंक पर क्लिक किया।
इसके बाद उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां फर्जी कंपनी के प्रतिनिधियों ने लालच देकर उससे निवेश करवाया। निवेश की गई रकम और मुनाफा दिखाने के लिए फर्जी लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिए गए। इस झांसे में आकर पीड़ित ने अलग-अलग बैंक खातों में 52 लाख रुपये जमा कर दिए थे।
उन्हाेंने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर गहन जांच के बाद पंजाब से मुदस्सिर मिर्जा, दीपक अग्रवाल और गौरव गुप्ता को गिरफ्तार किया है। इनके अलावा मलेरकोटला (पंजाब) के रतना पुत्र दीना को भी गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड, आधार और पैन कार्ड बरामद किए हैं।
एसटीएफ की टीम ने संबंधित बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और फर्जी फर्मों की जांच की। जांच में पता चला कि आराेपिताें ने कई राज्यों में फर्जी चालू खाते खोलकर करोड़ों रुपये का लेन-देन किया।
साइबर अपराधियों ने एसएमएस फॉरवर्डिंग एप्लिकेशन का उपयोग कर ओटीपी और अन्य जानकारी विदेश में बैठे अपने सहयोगियों तक पहुंचाई। जांच में सामने आया कि आरोपिताें ने 14 राज्यों में ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया है। इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक जैसे राज्य शामिल हैं।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने जनता से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि अनजान लिंक या फर्जी ऑफर्स के झांसे में न आएं। सोशल मीडिया पर किसी भी अंजान व्यक्ति से बातचीत न करें।
वित्तीय साइबर अपराध की सूचना तुरंत 1930 पर दें। पुलिस टीम की सराहना एसटीएफ की इस सफलता में एसएचओ अरुण कुमार और उनकी टीम ने सराहनीय कार्य किया। उनकी तकनीकी टीम ने आधुनिक संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग कर अपराधियों को गिरफ्तार किया।