अभिनव कौशिक एनटीन्यूज़, हरिद्वारः पेयजल तकनीकी यूनियन के प्रांतीय महामंत्री विनोद कुमार वर्मा ने बताया कि 28अगस्त को पेयजल तकनीकी यूनियन के प्रांतीय नेतृत्व तथा हरिद्वार और रुड़की के कर्मचारी तथा पदाधिकारी रुड़की में उत्तराखंड जल संस्थान कार्यालय में एक बैठक में मौजूद थे जिसमें सहायक अभियंता अधिशासी अभियंता भी उपस्थित थे.
उक्त बैठक में किसी कारण दो कर्मचारियों के मध्य किसी बात पर विवाद उत्पन्न हो गया हालांकि दोनों कर्मचारियों के मध्य उत्पन्न हुए विवाद को 29 अगस्त को संगठन के पदाधिकारियों द्वारा समझौता करा कर सुलझा दिया गया था.
परंतु वहीं डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मामले को तूल देने हेतु कर्मचारियों पर अभद्रता करने के झूठे आरोप लगाने शुरू कर दिए जबकि यह विवाद मात्र दो कर्मचारियों के मध्य था और जिस का समझौता भी कर्मचारियों के मध्य हो गया और वर्तमान में भी उनके बीच किसी प्रकार का विवाद नहीं रह गया है, ऐसे में डिप्लोमा एसो0 के पदाधिकारियों द्वारा पेयजल तकनीकी यूनियन के कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने हेतु प्रबंधन पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है
जिसकी तकनीकी यूनियन पेयजल तकनीकी यूनियन पूरी तरह से निंदा करता है और महामंत्री ने कहा कि यदि संगठन से जुड़े किसी भी कर्मचारी या पदाधिकारी के विरुद्ध डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के दबाव में कोई अन्याय पूर्वक कार्रवाई की जाती है तो पेयजल तकनीकी यूनियन को प्रांतीय स्तर पर धरना प्रदर्शन करने हेतु बाध्य होना पड़ेगा.