एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या का खुलासा करते हुए एसएसपी कुंवर व डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि मर्डर करने का मुख्य उद्देश्य सर्राफ व्यापारी के साथ लूट करना पाया गया है।
मामले का सफल अनावरण करने वाली टीम को एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने 25000 का ईनाम व डीआई नीलेश आनंद भरणे ने 50 हजार एवं डीजीपी अशोक कुमार ने 1 लाख रुपये ईनाम देने की घोषणा की है।
बताते चलें ऊधमसिंह नगर जिले के नानकमत्ता क्षेत्र बीती 29 दिसंबर को चार मर्डर से शहर में सनसनी मच गई थी।
जिसपर कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम ने मामले की जांच शुरु कर दी। इस दौरान सुराग पतारसी, पूछताछ व सर्विलांस की मदद से 20 टीमों का गठन कर मामले के अनावरण को प्रयास किया गया। जिसमें 20 टीमों की कड़ी मेहनत से मर्डर करने वाले रानू रस्तोगी, विवेक वर्मा, मुकेश वर्मा उर्फ राहुल को गिरफ्तार किया है व घटना में प्रयुक्त वैगनार कार, लूटे गए 35 हजार रुपये व आलाकत्ल बरामद किया है।
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक अंकित रस्तोगी कबाड़ की दुकान में काम करता था, वहीं करीब एक माह पूर्व मृतक अंकित रस्तोगी ने 30 से 40 लाख रुपये लगाकर सुनार की दुकान खोली थी। अभियुक्त रानू रस्तोगी मृतक अंकित रस्तोगी का अच्छा मित्र था, जो मृतक अंकित के घर पर भी निरंतर आता जाता रहता था। अभियुक्त रानू रस्तोगी ने कुछ दिन पूर्व ही मृतक अंकित की दोस्ती सचिन सक्सेना से कराई थी, जो कि शातिर किस्त का गैंगस्टर था। जिसके द्वारा अपने दो साथी विवेक वर्मा, मुकेश वर्मा के साथ मिलकर अपराधिक षडयंत्र रचकर 28 दिसंबर को लूट व डकैती के उद्देशय से मृतक अंकित रस्तोगी व ममेरे भाई उदित रस्तोगी को किसी बहाने से घर से बाहर बुलाकर देवा नदी के किनारे ले जाकर लाठी डंडो से पिटाई की व सर्जिकल ब्लैड से गला रेंतकर निर्मम हत्या कर दी।
जिसके बाद अभियुक्तों ने लूट के उद्देशय से मृतक के घर जाकर उसकी मां आशा देवी व नानी सन्नो देवी की हसिये से गला रेंतकर हत्या कर दी और दुकान से 40 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। अभियुक्तों ने सुनार की दुकान में लॉकर खोलने व तोड़ने की भी कोशिश की जिसमें वह सफल नहीं हो सके। वहीं पूरे मामले में पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है, फरार सचिन सक्सेना की तालाश की जा रही है व मास्टर अखिलेश की भूमिका के संबंध में जांच की जा रही है।