राजकीय मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से रैगिंग को लेकर चर्चाओं में है। पिछले साल जहां जूनियर छात्रों का सिर मुंडवाकर घुमाने का मामला सामने आया था।

वहीं, इस बार फिर से जूनियर छात्र के साथ मोबाइल पर रैगिंग करने की बात सामने आ रही है। पूरे मामले में हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एक छात्र के खिलाफ 50 हजार का जुर्माना लगाते हुए उसे हॉस्टल से निकाल दिया है।

इसके साथ ही पूरे मामले में अन्य 43 छात्रों के खिलाफ 25-25 हजार रुपए जुर्माने की कार्रवाई की गई है।

एक महीने पहले मेडिकल कॉलेज में प्रवेश समाप्त हुआ था। एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों की ओर से प्रथम वर्ष के छात्र को वीडियो कॉल के जरिये गाली-गलौज करने और मुर्गा बनाने का आरोप है।

मामला 9 दिसंबर की रात का है, जहां 2021 बैच के एक सीनियर ने जूनियर को फोन कर व्हाइट कोट सेरेमनी के बारे में जानकारी देनी की बात कह अन्य छात्रों के साथ अपने कमरे में बुलाया। जहां सीनियर छात्रों ने वीडियो कॉल के जरिए अपना चेहरा नहीं दिखाया।

उन्होंने रैगिंग कर जूनियर छात्रों के साथ गाली-गलौज की। साथ ही उन्हें मुर्गा भी बनवाया। जिसकी शिकायत एक जूनियर छात्र ने कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी से की। जिसके बाद प्राचार्य और वॉर्डन टीम के साथ हॉस्टल पहुंचे। पहले जूनियर छात्रों से इसकी जानकारी ली गई, फिर सीनियर छात्रों से इस बारे में बात की गई। जिसके बाद पूरा मामला कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी के पास पहुंचा।

एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसपी सिटी हरबंश सिंह आदि शामिल रहे। कमेटी ने सभी छात्रों और पीड़ित छात्र के अभिभावक के भी बयान लिए। जहां सीनियर छात्रों ने घटना को स्वीकार किया।

कमेटी ने पूरे मामले में निर्णय लेते हुए मोबाइल प्रयोग करने वाले एक सीनियर छात्र पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाने के साथ उसे तीन महीने के लिए हॉस्टल से निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा 43 सीनियर छात्रों को 25-25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा।

प्राचार्य प्रो जोशी ने बताया कॉलेज में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भविष्य में अगर इस तरह की कोई शिकायत मिलेगी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।