एनटीन्यूज़, अल्मोड़ा: जलसंस्थान, संविदा श्रमिक संघ ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल लिया है। आंदोलन को तेज धार देने के लिए आउटसोसिंग कार्मिकों ने 14 अक्टूबर की मध्य रात्रि से संपूर्ण जिले की जलापूर्ति बंद करने की चेतावनी दी है।
बुधवार को भी जल संस्थान, संविदा श्रमिक संघ ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने कहा कि 25 सालों से वह जल संस्थान में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अब तक उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई है। आउटसोसिंग कार्मिक 10 से 12 घंटे कार्य कर रहे हैं। लेकिन कार्मिकों को मेहनत का उचित मानदेय नहीं मिल रहा है।
उनकी प्रमुख मांगें नियमितिकरण किया जाए। समान कार्य के लिए समान वेतन, वर्तमान में महंगाई को देखते हुए न्यूनतम मानदेय 25 हजार रुपये किया जाए। उन्होंने उपनल के माध्यम से नियुक्ति प्रदान करने और साप्ताहिक अवकाश देने की मांग की है।संविदा श्रमिक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह अधिकारी ने कहा कि अभी भी जलसंस्थान के आउटसोसिंग कर्मियों को मात्र सात से आठ हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है।
इस संबंध में उच्चाधिकारियों सहित मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जा चुका है। गुरुवार को सभी कार्मिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और रात 12 बजे से जलापूर्ति बंद कर दी जाएगी।
इस अवसर पर महेंद्र मेर, भोपाल सिंह, दीपक सिंह फत्र्याल, राजेश सुयाल, चंद्रशेखर पांडे, संतोष सिंह आदि मौजूद थे। अल्मोड़ा जल संस्थान के अधिशासी अभियंता केएस खाती ने बताया कि पेयजल जलापूर्ति बाधित नही होने दी जाएगी। नियमित कर्मचारियों की तैनाती पंपों में कर दी है। वहीं आइटीआइ से भी प्रशिक्षित युवकों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस बल की भी व्यवस्था की गई है। ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो सके।