मध्यप्रदेश: कल दिनांक 11/04/2025 को एकलव्य विश्वविद्यालय, दमोह मध्य प्रदेश  के आत्मान्वेषी क्लब द्वारा महावीर स्वामी की जयंती के उपलक्ष्य में अहिंसा को बढ़ावा देने हेतु शाकाहार विषय से संबंधित जागरूकता के संदर्भ में करुणा ध्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का आयोजन एकलव्य विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया, प्रति कुलाधिपति श्रीमती पूजा मलैया एवं श्रीमती रति मलैया के संरक्षण में, विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. पवन कुमार जैन, कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

इसमें वक्ता के रूप में डॉ. सुधा मलैया कुलाधिपति, डॉ शैलेन्द्र जैन अधिष्ठाता छात्र कल्याण,प्रो. डॉ ऋषभ चंद्र जैन अधिष्ठाता कला एवं मानविकी संकाय, प्रो. डॉ उषा खंडेलवाल अधिष्ठाता प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विज्ञान,डॉ आशीष कुमार जैन शिक्षाचार्य संस्कृत विभागाध्यक्ष, प्रो डॉ सूर्य नारायण गौतम वेदाचार्य संस्कृत विभाग उपस्थित हुए।

दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। संगीत विभाग के डॉ वैभव कैथवास एवं श्री ओमकार चौरासियां ने सरस्वती वंदना का गायन किया।स्वागत भाषण में डॉ प्रशांत कुमार सेन, कम्प्यूटर साइंस विभागाध्यक्ष ने सभी का शाब्दिक स्वागत किया एवं कार्यक्रम की रुपरेखा पर प्रकाश डाला।

डॉ. सुधा मलैया ने ध्यान के माध्यम से आत्मसाक्षात्कार कराते हुए आत्मानुशासन अपनाने, शाकाहारी बनने एवं अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण करने की बात कही।प्रो. डॉ ऋषभ चंद्र जैन ने महावीर स्वामी के उपदेशों का अनुकरण करने की बात कही।

उन्होंने अहिंसा के प्रकारों को बताते हुए कहा किसी का शोषण करना भी हिंसा है ,डॉ आशीष कुमार जैन ने जैन धर्म के सिध्दांतों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाव हिंसा भी होती है, किसी को हमारे वक्तव्य से दु:ख पहुंचा तो यह भाव हिंसा है।

प्रो डॉ सूर्य नारायण गौतम ने लोककल्याण के साथ वेदों में वर्णित मांसाहार निषेध की बात कही।प्रो. डॉ उषा खंडेलवाल ने ” जैसा खाएं अन्न, वैसा बने मन ” उक्ति के माध्यम से सात्विक आहार अपनाने की बात कहते हुए कहा कि मांसाहारी व्यक्ति के अंदर दया, करुणा, प्रेम, वात्सल्य, धैर्य, प्रखर बुद्धि जैसे आत्मिक गुणों की कल्पना भी नहीं की जा सकती ।

डॉ शैलेन्द्र जैन ने मन, वचन, कर्म से अहिंसा अपनाने की बात कही। सुश्री श्वेता मिश्रा ने सभी को करुणा ध्यान कराया।इस दौरान विश्वविद्यालय के समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में विशेष सहयोग कार्यक्रम समन्वयक डॉ निधि असाटी, डॉ प्रमिला कुशवाहा, श्रीमती मंजू सेन, सुश्री मोनिका ठाकुर एवं सुश्री साक्षी सोनी का सहयोग रहा।

कार्यक्रम का संचालन श्री योगेश कुमार पटेल एवं आभार श्री बबलू पटैल ने किया ।

यह सम्पूर्ण रिपोर्ट प्रोफेसर डॉ उषा खण्डेलवाल द्वारा प्रेषित की गयी।

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