एम्स (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) ऋषिकेश में एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने नर्सिंग स्टाफ महिला को थप्पड़ मारने दिया। विवाद का वीडियो भी सामने आया है।

फिलहाल डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है। डॉक्टर के खिलाफ ऋषिकेश कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।

एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार शाम एक डॉक्टर और महिला नर्सिंग ऑफिसर के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि रुद्रप्रयाग हादसे में घायलों को एम्स लाया गया था, जिनके लिए ऑपरेशन थिएटर को खाली कराया जा रहा था।

इस दौरान किसी बात को लेकर डॉक्टर और महिला नर्सिंग ऑफिसर के बीच विवाद हो गया। नाराज डॉक्टर ने महिला नर्सिंग ऑफिसर के थप्पड़ मार दिया। उसके बाद दोनों के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई।

वहां मौजूद अन्य नर्सिंग अधिकारियों ने किसी तरह मामला शांत कराया। इस बीच घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।

संस्थान को शर्मसार करने वाली इस घटना को लेकर नर्सिंग ऑफिसर संगठन ने एम्स प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। एम्स प्रशासन की ओर से फिलहाल संबंधित सीनियर रेजिडेंट को निलंबित कर दिया गया है।

बता दें कि शनिवार को दोपहर के बाद रुद्रप्रयाग टेंपो ट्रैवलर हादसे में घायल लोगों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश लाया गया था। ट्रॉमा सेंटर के ऑपरेशन थिएटर को खाली करने की तैयारी चल रही थी। इस दौरान ही सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर और नर्सिंग ऑफिसर के बीच विवाद हुआ।

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि घटना से संबंधित वीडियो की जांच की गई है। प्रथम दृष्टया एम्स प्रशासन की ओर से आरोपी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है।

एम्स ऋषिकेश में मारपीट के आरोपी चिकित्सक के खिलाफ ऋषिकेश कोतवाली में धारा 334ध्24, 323, 504, 506 में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

नर्सिंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन (एनपीडीए) की ओर से एम्स प्रशासन को कार्रवाई न होने की स्थिति में 18 जून से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।

रविवार से मंगलवार दोपहर तक नर्सिंग एसोसिएशन ने चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के बाहर मौन रहकर धरना देने का फैसला लिया है। उसके बाद एसोसिएशन ने हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।

हालांकि, उन्होंने आपातकालीन सेवाओं को हड़ताल से मुक्त रखने की बात कही है। रविवार को नर्सिंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव कुमार जांगिड़ और जनरल सेक्रेटरी दिनेश लुहार ने कार्यकारी निदेशक को ज्ञापन दिया।