राजकीय महाविद्यालय तालेड़ा में चल रहे कर्त्तव्य बोध पखवाड़े के अंतिम दिवस पर कर्त्तव्य बोध दिवस का आयोजन किया गया।

महाविद्यालय में 12 जनवरी विवेकानंद जयंती से लेकर आज तक विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा था। आज आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ कोटा विभाग के सहसचिव प्रोफेसर नवीन मित्तल, मुख्य वक्ता कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व प्रशासनिक सचिव प्रोफेसर एम.एल.गुप्ता विशिष्ट अतिथि राजकीय महाविद्यालय कोटा के प्रो. एस.एम. नफीस रहे।

प्रो. नवीन मित्तल ने संघ के कार्यों तथा युवा दिवस से लेकर सुभाष जयंती (पराक्रम दिवस) मनाए जाने की सार्थकता के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य देश की युवा पीढ़ी को जागृत कर ऐसी युवा शक्ति का निर्माण करना है जिसे अपने कर्त्तव्यों का ज्ञान हो। उसे सही और गलत में अंतर समझ आने लगे तथा जिनके हाथों में देश सुरक्षित रह सके।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. गुप्ता ने संविधान और भारतीय संस्कृति के विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से कर्त्तव्यों के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की।

उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद और सुभाष चन्द्र बोस ने अपने कर्त्तव्यों को समझते हुए उनका पालन किया और एक देश के लिए एक सर्वोत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी अपने-अपने कर्त्तव्यों के प्रति सजग हैं जो एक अच्छे समाज का निर्माण संभव है।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ब्रजकिशोर शर्मा ने विद्यार्थियों को अपने व्यक्तिगत उदाहरणों के माध्यम से कर्त्तव्य बोध के बारे में समझाया। उन्होंने सभी को अपने परिवार तथा देश के प्रति कर्त्तव्यों के भंलीभांति निर्वहन की प्रेरणा दी।

अंत में उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।

मंच का संचालन सहायक व्याख्याता इतिहास डॉ0 नेहा प्रधान ने किया। कार्यक्रम में संकाय सदस्य डॉ. सुलक्षणा शर्मा, डॉ. ओमप्रकाश शर्मा, भवानीशंकर मीणा, विशाल वर्मा और अमन सेन उपस्थित रहे।

About The Author