कोटा,21-06-2024: आज कोटा के बोरखेडा क्षेत्र में स्थित सालासर धाम वेलफेयर सोसाइटी में रहवासियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सोसाइटी के हैप्पीनेस क्लब के तत्वाधान में किया गया। क्लब के वरिष्ठ सदस्य श्री विनोद सिंह जी ने योग दिवस का प्रारम्भ करते हुए पधारे सभी परिजनों का स्वागत किया और योग दिवस की शुभकामनाओं के साथ गायत्री मंत्र व ॐ के उच्चारण साथ कार्यक्रम शुरू किया।
उन्होंने बताया कि योग विद्या में शिव को “आदि योगी” तथा “आदि गुरू” माना जाता है। भगवान शंकर के बाद कृष्ण, महावीर और बुद्ध ने इसे अपनी तरह से विस्तार दिया। इसके पश्चात पतञ्जलि ने इसे सुव्यवस्थित रूप दिया। क्लब के एक अन्य सदस्य श्री सी. के. यादव जी ने योग के धार्मिक सन्दर्भों का उल्लेख करते हुए योग क्यों करना चाहिए की विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने बताया कि योग का अर्थ है जोड़ना मन, आत्मा और शरीर में संतुलन स्थापित करना योग है। क्लब की सदस्य डॉ. ज्योति सिडाना ने बताया कि पहली बार 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा के 177 देशों ने समर्थन दिया और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
पहली बार योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था। 21 जून उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं। यह दिन साल का सबसे लंबा दिन मना जाता है। ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन में प्रवेश करता है जिसे योग और अध्यात्म के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
ऐसे में मनुष्य के दीर्घ आयु होने की कामना से भी इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाए जाने का फैसला लिया गया।
कार्यक्रम में सहभागिता कर रहे लोगों ने योग क्रियाओं का बहुत उत्साह के साथ अभ्यास किया और एक सहभागी श्री धर्म सिंह जी ने अपने विचार साझा करते हुए योग के विभिन्न स्वरूपों पर अपने विचार साझा किए।