हरिद्वार:  मातृ सदन के स्वामी शिवानंद ने स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय, ज्वालापुर में कब्जे को लेकर योगगुरु बाबा रामदेव पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने बाबा रामदेव को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि करीब 350 बीघे में संचालित गुरुकुल महाविद्यालय का व्यवसायीकरण करते हुए पतंजलि में विलय का प्रयास नहीं करें एवं पुरानी परंपरा के अनुसार गुरुकुल महाविद्यालय का संचालन करें। जहां छात्रों को आवश्यक सुविधा के साथ वैदिक शिक्षा का ज्ञान प्राप्त हो सके। ऐसा नहीं होने पर मातृ सदन बाबा रामदेव के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।

मातृ सदन आश्रम जगजीतपुर, कनखल में पत्रकार वार्ता के दौरान स्वामी शिवानंद ने कहा व्यक्तिगत तौर पर बाबा रामदेव उनका सम्मान करते हैं। इसीलिए उन्होंने बाबा रामदेव को पत्र भेजकर गुरुकुल महाविद्यालय में अनावश्यक हस्तक्षेप नहीं करने की सलाह भी दी थी। लेकिन बाबा रामदेव ने शासन प्रशासन की शह पर गुरुवार को गुरुकुल महाविद्यालय पर कब्जा कर लिया है। देर रात को उन्हें जानकारी मिली।

मातृ सदन इस अनैतिक कार्रवाई का विरोध करता है और बाबा से गुरुकुल महाविद्यालय को पुरानी परंपरा के अनुसार संचालन करने की सलाह देता है। गुरुकुल महाविद्यालय का व्यवसायीकरण होने से वहां पढ़ने वाले छात्रों के साथ संस्थागत लोगों को भी दिक्कत होगा सामना करना पड़ेगा।

स्वामी शिवानंद ने कहा कि कोर्ट में मामला विचाराधीन होने के बावजूद इस प्रकार की घटना से लोगों का शासन प्रशासन पर से विश्वास उठने लगा है। उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद एवं वर्तमान डीएम पर भी सवाल उठाए एवं सिटी मजिस्ट्रेट की कार्यशाली पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया। स्वामी शिवानंद ने कहा कि मातृ सदन में 3 और 4 जून को आयोजित भारतीय किसान मजदूर उत्थान संगठन के पर्यावरण सम्मेलन में गुरुकुल महाविद्यालय पर कब्जे के विषय को प्रमुखता से उठाया जाएगा।

इस मौके पर ब्रह्मचारी दयानंद, ब्रह्मचारी सुधानंद,साध्वी पद्मावती, सोम चौहान, रमेश चंद्र शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।