एनटीन्यूज़:  चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत समिति ने प्रदेश स्तरीय आंदोलन का ऐलान कर दिया है। 17 अगस्त को प्रदेश स्तरीय आंदोलन का आगाज होगा। इसके बाद 16 सितंबर को सीएम आवास कूच किया जाएगा। इसके बाद भी देवस्थानम बोर्ड को भंग न किए जाने पर आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल और महामंत्री हरीश डिमरी ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ 21 महीने से आंदोलन चल रहा है। कहा कि गंगोत्री धाम, केदानराथ धाम में तीर्थ-पुरोहित पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर विरोध कर रहे हैं।
इसके बाद भी सरकार ने न तो कोई सुनवाई की और न ही वार्ता को बुलाया। इससे तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारियों में नाराजगी है। इसके विरोध में देहरादून, ऋषिकेश, यमुनोत्री, गंगोत्री, देवप्रयाग, चंद्रबदनी, केदारनाथ, त्रिजुगीनारायण, कालीमठ, गौरीकुंड, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, जोशीमठ, बदरीनाथ, अगस्तमुनी आदि स्थानों पर आंदोलन किया जाएगा। धरना प्रदर्शन, जुलूस, पुतला दहन, क्रमिक अनशन, आमरण अनशन किया जाएगा। क्षेत्र में भाजपा के प्रतिनिधि के आने पर घेराव किया जाएगा।
कहा कि बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री में भाजपा के जिन पदाधिकारी, सदस्यों ने देवस्थानम बोर्ड के विरोध में भाजपा से त्याग पत्र दिया है, उन लोगों का महापंचायत स्वागत करती है। कहा कि आंदोलन को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा, अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा, अखिल भारतीय क्षत्रिय सभा ने देवस्थानम बोर्ड के विरोध में अपना समर्थन दिया है। चारों धामों और अधिग्रहित किए गए मंदिरों और देवस्थानम बोर्ड के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। मशाल जुलूस, कैंडल मार्च, काली पट्टी बांधकर मार्च निकाले जाएंगे। 17 अगस्त से आंदोलन तेज होगा। 16 सितंबर को सीएम आवास कूच किया जाएगा।