हरिद्वार: केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी जल संचय और जल संरक्षण अभियान की समीक्षा बैठक हरिद्वार में हुई। बैठक में केंद्र सरकार के अधिकारियों ने जल संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की।
महिलाओं की भूमिका अहम: बैठक में कहा गया कि जल संचय अभियान को सफल बनाने में महिलाओं की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। महिलाएं जल संरक्षण के मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
जल स्रोतों का संरक्षण: बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएं ताकि लोग पानी के महत्व को समझें और जल स्रोतों का संरक्षण करें। विशेष रूप से, लोगों को बताया जाए कि उथले पानी वाले हैंडपंपों का उपयोग बंद कर दिया जाए।
तालाबों का निर्माण: बैठक में तालाबों के निर्माण पर भी जोर दिया गया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे तालाबों के निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करें।
जल शक्ति अभियान: बैठक में जल शक्ति अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे जल शक्ति अभियान के तहत बेहतर कार्य करें और अपनी उपलब्धियों को केंद्र सरकार को भेजें।
जिलाधिकारी का स्वागत: बैठक से पहले जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने केंद्र सरकार के अधिकारी डी. सेंथिल पाण्डियन का स्वागत किया।
स्थलीय निरीक्षण: बैठक के बाद केंद्र सरकार के अधिकारी ने जिले के विभिन्न स्थानों का दौरा किया और जल संरक्षण के कार्यों का निरीक्षण किया।
अधिकारियों की उपस्थिति: बैठक में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।