वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नात. महाविद्यालय डाकपत्थर में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) दलीप सिंह नेगी की अध्यक्षता में आज दिनांक 14 अगस्त 2024 को तिरंगा यात्रा,तिरंगा प्रतिज्ञा व तिरंगा संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसके अंतर्गत कार्यक्रम के पर्यवेक्षक प्रोफेसर राधेश्याम गंगवार के नेतृत्व में नमामि गंगे प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ आर पी बडोनी, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजकुमारी भंडारी, रोवर एंड रेंजर्स लीडर, डॉ विनोद सिंह व डॉक्टर माधुरी रावत, एनसीसी इकाई के अधिकारी डॉक्टर (लेफ्टिनेंट) अमित कुमार गुप्ता, बी.एड. विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉक्टर रुचि बहुखंडी व एन्टी ड्रग प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ योगेश भट्ट के द्वारा तिरंगा प्रतिज्ञा, तिरंगा यात्रा व तिरंगा संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य द्वारा सभी कार्मिकों एवं छात्र-छात्राओं के साथ तिरंगा रैली की अगुवानी के साथ किया गया। महाविद्यालय प्रांगण से डाकपत्थर चौक तक तिरंगा यात्रा में लगभग डेढ़ सौ छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया गया।
डाकपत्थर चौक पर कार्यक्रम के पर्यवेक्षक प्रोफेसर गंगवार के द्वारा सभी जनमानस, छात्र-छात्राओं व कार्मिकों को तिरंगा प्रतिज्ञा कराई गई। इसके पश्चात बी.एड. विभाग में तिरंगा संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्राचार्य द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का आगाज किया गया।
डॉ बहुखंडी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रबुद्ध जनों एवं समस्त छात्र-छात्राओं का स्वागत किया व देश के वीर शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में संबोधित करते हुए बताया कि हम सभी ने स्वतंत्र भारत में जन्म लिया, लेकिन अगर हम स्वयं को परतंत्र भारत में रखकर देखे तो शायद समझ पाए कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को स्वतंत्र करने के लिए कितनी यातनाएँ झेली, इसलिए हमें स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए व इसकी रक्षा के लिए तन, मन, व धन से सदैव तत्पर रहना चाहिए।
प्रोफेसर गंगवार ने तिरंगे झंडे के बारे में विस्तार पूर्वक बताया कि इसके सम्मान व रक्षा के लिए हमारे अनेक देशभक्तों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया।
डॉ भंडारी ने अपने व्यक्तव्य में कहा कि हमारा देश कभी विश्व गुरु था, किंतु आज हम विश्व गुरु होने का गौरव हो चुके हैं, यदि हमें यह सम्मान दोबारा हासिल करना है तो हमें अपने ज्ञान और परंपरा को पुनर जीवित करना होगा। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री मनमोहन ने देशभक्ति गीत की चंद पंक्तियों, जो शहिद हुए हैं उनकी याद करो कुर्बानी, के साथ अपने विचार प्रस्तुत किये और बताया कि हम आजादी के इतने वर्षों पश्चात भी आजादी के महत्व को नहीं समझ पा रहे हैं, और अपनी पूरी ईमानदारी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का पालन करने में अभी भी असफल हैं।
इन्हीं सब असफलताओं के कारण हमें आज भी देशभक्ति से जुड़े हुए कार्यक्रमों को करने का प्रयास करना पड़ रहा है। बी.एड. विभाग के छात्र-छात्राओं ने भावपूर्ण देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में प्राध्यापक वर्ग में मुख्य शास्ता डॉ रोशन केष्टवाल, डॉ राजेश कुमार, डॉ देवेंद्र रावत, डॉ अनिल शाह, डॉ श्वेता पांडे, श्रीमती दीपा राणा, श्रीमती प्रिंसी, डॉक्टर कविता, श्रीमती दीपमाला, श्री जे पी नौगाई, श्री अभिषेक गौड़, श्री विमल डबराल, डॉ पूजा देवी, श्री अनुज जोशी, कर्मचारी वर्ग में श्रीमती मीनाक्षी, श्रीमती शीतल श्री वीरेंद्र भाटी, श्री दीपक बिष्ट, नरेंद्र कुमार, जय भगवान आदि एवं छात्र-छात्राओं में आशीष बिष्ट, तुषार कपूर, अरुण भार्गव, पलक,अमित, सुधीर, अवनीश, प्रकाश, साधना, सानिया, साक्षी आदि उपस्थित रहे।