वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में आज नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत गंगा स्वच्छ्ता पखवाड़ा अभियान समाप्ति पर नोडल अधिकारी डॉ आर पी बडोनी के द्वारा नमामि गंगे थीम पर रंगोली प्रतियोगिता, जनजागरुकता रैली एवं यमुना तट स्वच्छ्ता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
रैली का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) जी आर सेमवाल ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए आधुनिक युग में भारत की नदियों के महत्व को बताते हुए वर्तमान में इनके रखरखाव एवं नदियों में गंदगी के उन्मूलन पर बल दिया व साथ ही बताया बताया कि हमें जल स्रोतों को स्वच्छ रखना चाहिए एवम प्लास्टिक का अनावश्यक प्रयोग नहीं करना चाहिए।
इस उपलक्ष पर नमामि गंगे के नोडल अधिकारी के नेतृत्व में स्थानीय लोगों को जागरूक करने के लिए कपड़े के थैलों का वितरण किया गया व साथ ही स्थानीय स्कूलों के बच्चों को नमामि गंगे टीशर्ट व कैप का वितरण किया गया।
रैली महाविद्यालय के बी एड व्यावसायिक परिसर से प्रारंभ होकर डाकपत्थर बाजार से होते हुए टोंस कॉलोनी, सेंट मैरी स्कूल से होते हुए बैराज पुल में यमुना तट स्वच्छ्ता के लिए पहुंची।
महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने बैराज में यमुना तट पर स्वच्छ्ता के साथ साथ यमुना जी की आरती भी की ।
कार्यक्रम समापन करते हुए बीएड विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रूचि बहुखंडी ने बताया कि प्लास्टिक का अपक्षय कई सौ सालों में होता है, जिससे कि हमारे जल स्रोतों को हानि पहुंचती है। इसके साथ ही उन्होंने कपड़े के थैलों के प्रयोग के लिए विद्यार्थियों को जागरूक किया।
इस अवसर पर डॉ प्रिंसी, डॉ कविता बडोला, श्री विमल डबराल, श्री अभिषेक, श्रीमती दीपमाला, श्री अमित नेगी, श्री अनुज जोशी, डॉ पूजा देवी, श्रीमती अनीता पवार, डॉ हिमांशु जोशी उपस्थित रहे।
आज महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा इको फ्रेंडली होली विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ महाविद्यालय के संरक्षक प्राचार्य प्रोफेसर जी आर सेवा द्वारा किया गया उन्होंने कहा कि हमें केमिकल युक्त रंगों को छोड़कर प्राकृतिक रंगों एवं पर्यावरण के अनुकूल वैकल्पिक रंगों का प्रयोग करना चाहिए।
जिससे त्यौहार आनंदमय एवं सुरक्षित बना रहे। वनस्पति विज्ञान विभाग प्रभारी डॉक्टर राखी डिमरी ने कहा कि होलिका दहन में लकड़ी के स्थान पर नारियल की भूसी और गोबर के उपले जलाएं जिससे पर्यावरण प्रदूषित होने से बचेगा साथ ही वातावरण में व्याप्त संक्रमित विषाणुओं आदि का नाश भी होगा। साथ ही रंगों के स्थान पर फूलों की होली खेलें, पानी को बचाते हुए इसका कम से कम इस्तेमाल करें।
प्रतियोगिता में लगभग 12 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जिसमें राहुल भारती बीएससी द्वितीय सेमेस्टर ने प्रथम स्थान, प्रज्ञा बीएससी द्वितीय सेमेस्टर ने द्वितीय स्थान एवं दीपाली बीएससी द्वितीय सेमेस्टर एवं ए
अंतिका बीएससी द्वितीय सेमेस्टर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में डॉक्टर दिलीप भाटिया, डॉक्टर पूजा पालीवाल, एंड डॉक्टर रोहित वर्मा उपस्थित रहे।
छात्र-छात्राओं में निधि, पूजा, अलमस, राहुल, शुभम, समा प्रवीन, रवीना, रेनू, अदिति, प्रज्ञा, निक्की, राकेश आदि उपस्थित रहे।