कोटा,15 अक्टूबर, : भारतीय जनता पार्टी राजस्थान, प्रदेश मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह-संयोजक अरविन्द सिसोदिया ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि ” कांग्रेस और उससे प्रेरित कुछ राजनीतिक दल लगातार देश की सामाजिक एकता को तोड़ने, वर्ग संघर्ष को उकसाने और आराजकता फैलाने की कोशिश बेतुके बयानों और झूठे आरोपों से कर रहे हैं।
जो कि राष्ट्रहित के विरुद्ध है और पतन की पराकाष्ठा है। इससे देशवासियो को निरंतर सावधान रहना होगा। ”
उन्होंने कहा कि “छोटी-छोटी स्थानीय घटनाओं को कभी सांप्रदायिकता, कभी तुष्टिकरण, कभी जातिवादी का रंग देकर समाज में तनाव फैलाने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। इन घटनाओं के पीछे सुनियोजित राजनीतिक उद्देश्य निरंतर दिखाई देते हैं। यहां तक कि विदेशी ताकतें भी इन साजिशों को परोक्ष या अपरोक्ष रूप से प्रोत्साहित करती प्रतीत हो रही हैं, ताकि भारत की आंतरिक स्थिरता को कमजोर किया जा सके।
”राष्ट्रहित के मार्ग में बाधक शक्तियाँ सक्रिय
अरविन्द सिसोदिया ने कहा कि “जबसे देश में राष्ट्रहित और विकास के प्रति समर्पित भाजपा की सरकारें केंद्र और राज्यों क़ी सत्ता में आई हैं, तभी से देश को लूटने में लगी , परिवारवादी और भ्रष्टाचार में डूबी हुई शक्तियाँ असहज महसूस कर रही हैं। ये ताकतें अब समाज में फूट डालने, धर्म और जाति के नाम पर विघटन फैलाने तथा लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काने का षड्यंत्र रच रही हैं।
उन्होंने कहा कि ” कांग्रेस और उसके सहयोगी दल देश में ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति को पुनर्जीवित करने में लगे हैं। ताकी सत्ता में वापसी कर सकें। इसके लिए वे लगातार हिंदू समाज को बांटने क़ी एकमात्र नीति पर चल रहे हैँ।
विदेशी ताकतों की भूमिका चिंताजनक
सिसोदिया ने कहा कि ” प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में भारत की प्रगति और विश्व मंच पर बढ़ती प्रतिष्ठा से कुछ विदेशी शक्तियाँ भी विचलित हैं। उन्हें भारत के विपक्ष की गलत नीतियों से लाभ भी मिल रहा है। ऐसे में वे भारत में आंतरिक असंतोष भड़काने वाली ताकतों को, परोक्ष अपरोक्ष समर्थन देकर भारत की सामाजिक सद्भावना पर प्रहार करना चाहती हैं। ” उन्होंने कहा कि ” यह देश की एकता और अखंडता के लिए गंभीर खतरा है। इसे विफल करने हेतु समाज को निरंतर एकजुटता से रहना होगा।
देशवाशियों से जागरूकता का आह्वान
अरविन्द सिसोदिया ने देशवासियों से आह्वान किया कि ” वे इन नकारात्मक शक्तियों के छल, कपट और झूठ पर विश्वास न करें और अपनी राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता और धार्मिक सौहार्द को सर्वोपरि बनाये रखना है ।”
उन्होंने कहा कि “भारत की ताकत उसकी विविधता में है। हमें किसी भी परिस्थिति में आपसी फूट या अविश्वास को जन्म नहीं लेने देना है । हर नागरिक का दायित्व है कि वह अपनी आस्था, अपने विचार और अपने समाज के साथ-साथ राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखे। देश के दुश्मनों की सबसे बड़ी हार हमारी एकजुटता ही है।”
”विकास और एकता ही हमारा मार्ग
उन्होंने अंत में कहा कि ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आज विश्व में एक नई पहचान बना रहा है। ऐसे समय में विपक्ष का कर्तव्य होना चाहिए था कि वह सकारात्मक राजनीति करे, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी दल केवल नकारात्मकता और सामाजिक फूट फैलाने में ही लगे हैं। जो उन्हें भी कटघरे में खड़ा करता है।
उन्होंने कहा कि ” हमें याद रखना होगा कि भारत केवल एक देश नहीं, बल्कि एक संस्कृति, एक विचार और एक परिवार है। इसकी एकता और अखंडता की रक्षा हम सबका साझा दायित्व है। जब हम संगठित रहेंगे, तो कोई भी ताकत देश को तोड़ नहीं पाएगी।