नवल टाइम्स न्यूज़: 15 जून 2025 को संस्कृति पुरूष पंडित सुरेश तातेड द्वारा स्थापित एवं मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राजा मानसिंह तोमर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित 62 वर्ष से सक्रिय सांस्कृतिक संस्था अभिनव कला परिषद से जुड़े प्रबुद्ध जनों एवं कलाकारों की एक बैठक श्रीमती मधु तातेड की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
संस्था सचिव श्री अतुल तातेड ने सुझाव दिया कि पंडित सुरेश तातेड जी द्वारा 14 जून एवं 12 जुलाई का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अब सयुंक्त रूप से रविवार 13 जुलाई को हो
इस अवसर पर उनसे जुड़े राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली आदि के संगीत, साहित्य, प्रेमी विद्वानों जैसे प्रसिद्ध कला संस्कृति समाजसेवी राजस्थान रेडक्रॉस रोसायटी के चेयरमैन श्री राजेश कृष्ण बिरला.( लोक सभा अध्यक्ष श्रीमान ओम बिरला जी के बड़े भाई साहब) , वरिष्ठ पत्रकार राम मोहन चौकसे, घ वरिष्ठ साहित्यकार डॉ0 रमा वल्लभ आचार्य, संस्कृति सेवी देवेन्द्र कुमार सक्सेना, शास्त्रीय गायिका संगीता सक्सेना,साहित्यकार रामेश्वर शर्मा रामू भैया, डॉ ऊषा खंडेलवाल, श्री के के वर्मा आदि के सुझावों पर चर्चा की गई
25 अक्टूबर 1944 को मध्य प्रदेश में जन्में स्वर्गीय पंडित सुरेश तातेड ने 400 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन कर , 4000 से अधिक प्रतिष्ठित युवा व उभरते कलाकारों को मंच व सम्मान देकर संस्कृति का व्यापक प्रचार-प्रसार किया है
अतः संस्कृति पुरूष
पंडित सुरेश तातेड जी को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री अवार्ड तथा मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रतिष्ठित कालिदास सम्मान से सम्मानित कर उन्हें सच्ची श्रध्दांजलि दी जाए..
शास्त्रीय गायिका डॉ0 संगीता सक्सेना एवं कला संस्कृति समाज सेवी देवेन्द्र सक्सेना ने सुझाव दिया कि
अभिनव कला परिषद जैसी लोकप्रिय संस्था को कला संस्कृति को संरक्षण दे रहे प्रबुद्ध लोगों द्वारा व मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से समारोह किया जाए
-1- मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रतिवर्ष गुरु वंदना महोत्सव को संस्कृति पुरूष पंडित सुरेश तातेड़ स्मृति संगीत समारोह के नाम से आयोजित किया जाए ।
2 – प्रतिवर्ष की भांति जन सहयोग से आयोजित अथवा सरकार द्वारा आयोजित समारोह में अपने गहने व अन्य बचत से संस्कृति के प्रचार प्रसार में उल्लेखनीय योगदान देने वाली श्रीमती मधु तातेड धर्म पत्नि पंडित सुरेश तातेड जी को संस्था के सचिव श्री अतुल तातेड को व पदाधिकारियों को सम्मानित व्यक्तियों के रूप में शामिल किया जाए।