नवल टाइम्स न्यूज़ : राष्ट्रीय तकनीकी दिवस के उपलक्ष पर पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग एवं वनस्पति विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक वेबीनार आयोजित किया गया।

इस वेबिनार में मुख्य वक्ता जानेमाने भू-बैज्ञानिक प्रोफेसर अरुणदीप अहलूवालिया थे, प्रो आहलूवालिया पंजाब विश्वविद्यालय, चंड़ीगढ़ के भूतपूर्व जियोलॉजी विभाग के चेयरमैन रहे व अनेको राष्ट्रीय स्तर की समितियों के सदस्य हैं।

वेबिनार के प्रारंभ में परिसर के प्राचार्य प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया व मुख्य वक्ता का परिचय किया, उन्होंने कहा कि इस वेबिनार का उद्देश्य तकनीकी को समाज के हितों के उपयोग में लाना।

प्रो अहलूवालिया ने अपने व्याख्यान में कहा कि तकनीकी शिक्षा के मामले में हम तो बहुत आगे बढ़ रहे हैं लेकिन उन तकनीकियों का हमारे परिवेश में ज्यादा असर नही दिख रहा है, इसी पर हमें मिल कर कार्य करना होगा, उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी के दौर में हम अपनी सभ्यता, संस्कृति को खो रहे हैं, इसी परिप्रेक्ष्य में हमे जिओ-साइन्स के सेंटर, जिओ-पार्क, जिओ-टूरिज़्म, जिओ-हेरिटेज बनाने की आवश्यकता है, जिससे हम विदेशो की टक्कर देने में समर्थ होंगे। हमारा विकाश ऐसा हो जिससे वातावरण, पहाड़, नदियों की सुंदरता बरकरार रहे व प्रदूषण रहित हो।

वेबिनार में 80 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए।

वेबिनार के अंत में ऋषिकेश परिसर के कला संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो डी सी गोस्वामी ने अपने विचार व्यक्त किए । इसके बाद श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री खेमराज भट्ट ने प्रो अहलूवालिया के व्याख्यान की सराहना की व ऋषिकेश परिसर में आने का न्योता दिया, जिससे हमारे छात्रों को लाभ मिले।

अंत मे वनस्पति विज्ञान विभाग की डॉ प्रीति खंडूड़ी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

इस मौके पर वाणिज्य संकाय के संकायअध्यक्ष प्रो आर एम पटेल, भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर वाई के शर्मा, डॉ एस के कुड़ियाल, डॉक्टर सिराज अहमद, डॉ शालिनी कोठियाल, अर्जुन पालीवाल, देवेंद्र भट्ट, सफिया हसन आदि मौजूद रहे।