ऋषिकेश पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में माननीय उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेश अनुसार दिनांक 12 जून से 18 जून स्वच्छता अभियान के अंतर्गत परिसर के कर्मचारी, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं नमामि गंगे प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में प्रशासनिक भवन, विज्ञान संकाय, कला संकाय एवं वाणिज्य संकाय के प्रागण में श्रमदान, प्रांगण की सफाई, झाड़ियों की कटाई, पॉलिथी, प्लास्अिक की बोतल, गिलास, कूड़ा करकट एकत्र किया साथ ही परिसर की छतों की सफाई की गई ।
इस अवसर पर परिसर के प्राचार्य प्रो0 महावीर सिंह रावत द्वारा अपने संदेश में परिसर के कर्मचारी एवं स्वयंसेवियों से कहा गया कि यदि देश को स्वच्छ बनाना है तो समाज में हर व्यक्ति को अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाना होगा। इस दिशा में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
आज पर्यावरण को प्रदूषण से दूर रखने के लिए पहले अपने घर, गली के मोहल्ले एवं जिस संस्था में कार्य कर रहे है वहाँ लोगों को प्रदूषण एवं प्लास्टिक से हो रही हानियों की जानकारी प्रदान करनी होगी। प्राचार्य द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0 के0 जोशी द्वारा प्रतिबंधित पॉलिथीन का इस्तेमाल न करने और गांधी जी के सपने को साकार करने के लिए स्वच्छ भारत के निर्माण में स्वयं से सहभागिता निभाएं।
प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने व पर्यावरण को दूषित होने से बचाने का आग्रह भी किया गया। प्राचार्य द्वारा परिसर के कर्मचारियों को यह भी अवगत कराया गया कि पॉलिथी को पर्यावरण के लिए खतरा बताते हुए पॉलिथीन बैग, प्लास्टिक गिलास, थर्माकॉल, प्लास्टिक की बोतल और प्लास्टिक से बनी सजावटी वस्तुओं का इस्तेमाल को रोकने के लिए समाज को जागरूक करने का संदेश भी दिया गया।
इस अवसर पर परिसर के प्रो0 वाई0 के0 शर्मा, प्रो0 सी0 एस0 नेगी, डॉ0 पुष्कर गौड़, प्रशासनिक अधिकारी श्रीमती शकुंतला शर्मा, मंजू चौहान, जोति सिंह भण्डारी, अभिनव बेंजवाल, विवेक राजभर, शैलेन्द्र डंगवाल, विजया भट्ट, कैलाश, दीपेंद्र, कृष्णानंद उनियाल, मुकेश कुमार, कमलेश सकलानी, ऋषिकपूर प्रसाद, सुरेन्द्र नौड़ियाल एवं अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहें।