मध्यप्रदेश: दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन, एलाइंस समता क्लब की अध्यक्ष श्रीमती ममता भूरिया के द्वारा सागर में किया गया।
दिनांक 16 जून 2024 को आयोजित इस संगोष्ठी में विभिन्न विश्वविद्यालयो़ंं के प्रोफेसर असिस्टेंट प्रोफेसर एडवोकेट्स एवं सागर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सरस्वती वंदना से यह कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। श्रीमती ममता भूरिया (हास्य योग विशेषज्ञ ) की अध्यक्षता में संपूर्ण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
उन्होंने कहां हंसी मनुष्य के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है खुलकर हंसने से मस्तिष्क की सभी ग्रंथियां खुल जाती है एवं मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती हैै।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विज्ञान विभाग एकलव्य विश्वविद्यालय की डीन प्रोफेसर डॉक्टर उषा खण्डेलवाल ने कहा मनुष्य को प्रकृति से जुड़ने की आदत होना चाहिए। आज के भौतिकवादी युग में मनुष्य प्राकृतिक जीवन से दूर होता जा रहा है , हम जितने प्रकृति के निकट रहेंगे उतना ही हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
उन्होंने कहा हमारा शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है और यह पांच तत्व इस प्रकार है पृथ्वी जल वायु अग्नि और आकाश। इन पंच तत्वों का हमारे शरीर में बैलेंस डगमगा जाता है, तो हम अस्वस्थ होने लगते हैं ,इसलिए हमें पंच तत्वों की चिकित्सा का ज्ञान होना चाहिए यह पांच तत्वों की चिकित्सा निम्न प्रकार से है मिट्टी चिकित्सा जल चिकित्सा अग्नि चिकित्सा वायु चिकित्सा और आकाश चिकित्सा।
इस अवसर एलाइंस समता क्लब के कोषाध्यक्ष, श्री पी. सी. दीवान ने योग की अनिवार्यता पर जोर दिया।
डॉ अरुण साउ, हरि सिंह गौर विश्व विद्यालय सागर , ने योग की बहुत विस्तृत विवेचना की ,उन्होंने कहा हमें यदि स्वस्थ रहना है तो दैनिक जीवन में योग को अपनाना ही होगा
डॉक्टर सरोज भूरिया ने कहा योग से एकाग्रता का विकास एवं मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है | डॉक्टर कुसुम गुप्ता ने योग का महत्व बताया।
कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर अभय कुमार ने योग की महत्ता बताते हुए कहा कि हमें प्रतिदिन सुबह जल्दी उठना चाहिए क्योंकि सुबह की हवा हमारे लिए लाभदाई होती है। यदि हम सुबह उठ कर योग प्राणायाम करते हैं तो हम अपने आप को स्वस्थ रखने में सफल होते हैं।
इस कार्यक्रम की सह संयोजिका रंजना झा ने योग की बहुत ही सुंदर व्याख्या की , उन्होंने कहा कि योग के विभिन्न आसन भिन्न भिन्न रोगों को दूर करने में सहायक है।
सुश्री शिवानी राजपूत एवं सुश्री शीतल राजपूत ने उपस्थित सभी परिजनो को योगा भ्यास एवं मुद्रा का अभ्यास कराया।
इस कार्यक्रम में कुछ विशेष लोगों का भी सम्मान किया गया जैसे गायत्री परिवार सागर के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉक्टर नेमा जी ने भी योग के बारे में बहुत अच्छा व्याख्यान दिया ,संस्था ने उनका भी सम्मान किया।
साथ में युवा बंधु जो समाज पीड़ितों की सेवा में सहयोग करते हैं उनमें प्रमुख हैं श्री डॉ. अभय कुमार वर्मा, एडवोकेट श्री सौरभ जैन, श्री सूर्यकांत द्विवेदी रंजना झा , शि वानी राजपूत शीतल राजपूत आदि का भी सम्मान किया गया।
इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन एकलव्य विश्व विद्यालय के दर्शनशास्त्र विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अभय कुमार ने किया। कार्यक्रम की आय़ोजिका श्रीमती ममता भूरिया जी के अध्यक्षीय भाषण से कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम की सह संयोजिका रंजना झा ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापन किया। संपूर्ण कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रोफेसर डॉक्टर उषा खंडेलवाल के द्वारा की गईं।