• प्रो ऊषा झा, को उनकी कृति-पलाश के मन साहित्यिक रचना के लिए मिला सम्मान
  • हरिद्वार पहुंचने पर प्रो . ऊषा झा रेणु का होगा विशेष सम्मान

 

हरिद्वार: अखिल भारतीय साहित्य सृजन मंच खगड़िया, बिहार के राष्ट्रीय महाधिवेशन प्रो. उषा झा पत्नी डॉ शम्भू कुमार झा को स्वर्ण सम्मान से सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ ।

उन्हें कोशी साहित्य स्वर्ण सम्मान उनकी कृति – पलाश के मन साहित्य रचना के लिए दिया गया। प्रो. उषा झा, रेणु को सम्मानित किए जाने पर पूर्वांचल उत्थान संस्था ने हर्ष जताया एवं उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी है।‌ हरिद्वार पहुंचने पर प्रो. ऊषा झा, रेणु को संस्था की ओर से सम्मानित किया जाएगा।

गौरतलब है कि कि अखिल भारतीय साहित्य सृजन मंच खगड़िया का प्रथम वार्षिक महाधिवेशन का उद्घाटन आमंत्रण होटल नगर पालिका रोड खगड़िया में हुआ। चार सत्रों में विभाजित इस राष्ट्रीय समारोह का उद्घाटन वयोवृद्ध भूवैज्ञानिक साहित्यकार डॉ मेहता नरेंद्र सिंह ने किया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता इंजीनियर रमेश ने की ।

विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर ज्वाला सांध्यपुष्प,( समस्तीपुर) पंडित चन्द्रशेखर, (हजारीबाग) डा० के० के० चौधरी, (पूर्णियां) डा० मंजू श्री वात्स्यायन, (सहरसा) डा० भगवान प्र० उपाध्याय, (प्रयागराज) डॉ राजेंद्र प्रसाद (खगरिया, बिहार) डा० राम लखन चौरसिया वागीश, (प्रयागराज, उत्तर प्रदेश)

आ० सुषमा सिन्हा (वाराणसी, उत्तर प्रदेश) प्रो० उषा झा रेणु ( देहरादून, उत्तराखंड) थे। संचालन डॉ० कपिलदेव महतो ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत शिव कुमार सुमन रचित सरस्वती वंदना एवं खगरिया गान से हुई जिसे काजल कुमारी ने अपने स्वर में प्रस्तुत किया। मंच के संस्थापक शिव कुमार सुमन ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि मंच ने वर्ष भर के अपने अल्प काल में चार पुस्तकों का प्रकाशन 13 आयोजन 345 कार्यशाला का संचालन 236 सम्मान पत्र जारी कर राष्ट्रीय फलक पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। स्वागत अध्यक्ष सुखनंदन बिहारी एवं स्वागत सचिव नंदकिशोर सिंह ने आगत अतिथियों का स्वागत फूल माल एवं शब्द माल से किया।

इस सत्र में पुस्तकों का लोकार्पण भी हुआ जिसमें सूर्य कुमार पासवान जी की पुस्तक मैं भी तुम जैसा हूं, पंडित चंद्रशेखर की आस पास, सुषमा सिन्हा की कथा कहानी, प्रोफेसर उषा झा रेणु की पुस्तक साधना के सोपान, सिया राम मयंक की पुस्तक गुल ए चमन और ज्योति नव्या की पुस्तक पथिक का लोकार्पण हुआ। इसी सत्र में 26 खगड़िया गौरव सम्मान भी जारी किये गये।

द्वितीय सत्र की शुरुआत दिन दो बजे से शुरू हुई जिसकी अध्यक्षता आ० सूर्य कुमार पासवान ने की। मुख्य अतिथि रहे सुधीर कुमार प्रोगामर, सुलतानगंज,गरिमामयी उपस्थिति रही बाबा बैद्यनाथ झा( पूर्णियां बिहार) डा० बनवारी पारीक नवल (उदयपुर, राजस्थान) लाजपतराय गर्ग (पंचकूला, हरियाणा) डा० रफीक नागोरी कालजयी घनश्याम, (नई दिल्ली) राजकुमार निजात (हरियाणा) डा० अलका वर्मा (त्रिवेणगंज, बिहार) डा० पंकजवासिनी (पटना, बिहार) ज्योति नाव्या श्री (झारखंड) रंजन लता (समस्तीपुर, बिहार)

विशिष्ट अतिथि के रूप में त्रिलोक नाथ ठाकुर (रोसड़ा समस्तीपुर) पंकज कुमार पाण्डेय (रोसड़ा, बिहार) अवधेश कुमार आशुतोष (खगड़िया)विकास सोलंकी (खगड़िया) डॉ० रामदेव प्रसाद शर्मा, (खगड़िया) अभय कुमार भारती, (भागलपुर)रितु प्रज्ञा, (दरभंगा)डॉ स्वराक्षी स्वरा, (खगड़िया ) प्रेम चंद्र मिश्र, (बेगूसराय)राजेंद्र कुमार राजेश, (खगड़िया) अशोक कुमार चौधरी,( खगड़िया ) किशोर कुमार यादव, (पूर्णिया ) मनीष कुमार गूंज, (सुल्तानगंज)कपिल देव ठाकुर कृपाला, (भागलपुर) प्रभाकर सिंह, (नवगछिया बिहार) कुमारी अनुपम सिंह (खगड़िया) आनंद भूषण श्रीवास्तव (गोगरी, बिहार) रतन राघव सास्कृत्यायन (खगड़िया) चम्पा राय (खगड़िया) विकास कुमार अलौली (खगड़िया) बबीता कुमारी, (बेगूसराय, बिहार)शंभू नारायण चौधरी (खगड़िया, बिहार) आदि सभागार में उपस्थित थे

संचालन नंदकिशोर सिंह/ विकास कुमार विधाता/संगीता चौरसिया एवं निशांत कुमार ने किया। रचना पाठ के उपरांत संबंधित साहित्यकारों का सम्मान कोशी साहित्य गौरव सम्मान, खगड़िया गौरव सम्मान , पांडुलिपि सम्मान व अन्य सम्मान से सम्मानित किया गया।

अखिल भारतीय साहित्य सृजन मंच खगड़िया के प्रथम वार्षिक महाधिवेशन का तृतीय सत्र संध्या 06 बजे से शुरू हुआ जिसकी अध्यक्षता ख्यातिप्राप्त गजलगो अवधेश्वर प्र० सिंह ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में गजलगुरु रमेश कंवल पटना तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो० उषा झा रेणु ( देहरादून, उत्तराखंड) डॉ रफीक नागोरी, (उज्जैन मध्य प्रदेश )सीताराम शेरपुरी (शेरपुर, बिहार) सूर्य नारायण गुप्त सूर्य, (देवरिया उत्तर प्रदेश ) मंचासीन थे।

विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ पूनम सिन्हा श्रेयशी , (पटना, बिहार) सियाराम यादव मयंक, (मधेपुरा बिहार) डॉ विद्या चौधरी, (बजरंगपुरी पटना ) डॉ० प्रतिभा कुमारी पराशर, (हाजीपुर बिहार)डॉ० प्रेमचंद पांडे, (भागलपुर बिहार)द्वारिका राय सुबोध, (समस्तीपुर ,बिहार)रंजना सिंह अंगवाणी बीहट, (बेगूसराय बिहार) दिलीप समदर्शी, (अररिया बिहार)राजेंद्र राज, (लखीसराय बिहार) विकाश (मुंगेर) की उपस्थिति कार्यक्रम को भव्यता प्रदान कर रही थी। संचालन मंच के संस्थापक शिवकुमार सुमन एवं साधना भगत ने किया।

अतिथि कवियों को काव्यपाठ के उपरांत चतुर्थ सत्र में आयोजित सम्मान समारोह में प्रो० चन्द्रिका प्र० सिंह विभाकर की अध्यक्षता, मुख्य अतिथि डा० विवेकानंद, गरिमामयी उपस्थिति रमेश कंवल, पटना, प्रभाकर प्रभात, (खगड़िया) , प्रो० अरविन्द कुमार सिंह, (खगड़िया) ई० धर्मेन्द्र, प्रवीण कुमार अवधेश्वर प्र०सिंह, सूर्य कुमार पासवान, आदि की गरिमामयी उपस्थिति में कोशी साहित्य शौर्य सम्मान (स्वर्ण सम्मान) कोशी साहित्य रत्न सम्मान (रजत सम्मान) से सम्मानित किया गया।

ज्ञात हो कि मंच के इस महाधिवेशन में देश भर के पंद्रह राज्यों से लगभग चालीस साहित्यकारों को उनकी प्रकाशित पुस्तकों के लिए स्वर्ण सम्मान, रजत सम्मान एवं श्रेष्ठ सम्मान से सम्मानित किया गया। प्रवक्ता साधना भगत ने बताया कि इस महाधिवेशन में 23 स्वर्ण 21 रजत सम्मान 21 श्रेष्ठ सम्मान 19 पांडुलिपि सम्मान 26 खगरिया गौरव सम्मान 10 विशेष सम्मान सहित कुल 121 सम्मान जारी किए गए ।

सम्मानित व्यक्ति को प्रशस्ति पत्र, रेशमी शाल, स्मृति चिन्ह, फूल माला, बुके, इत्यादि भेंट कर सम्मानित किया गया। नंदकिशोर सिंह के बिदाई गीत एवं अध्यक्ष सूर्य कुमार पासवान के अध्यक्षीय अभिभाषण उपरांत महाधिवेशन की समाप्ति हुई।