देहरादून में बुद्ध प्रतिमा के समक्ष युवा सेना (शिव सेना) द्वारा मौन कैंडल प्रदर्शन एवं पोस्टर अभियान आयोजित किया गया।
यह कार्यक्रम प्रदेश अध्यक्ष सागर रघुवंशी जी और महानगर अध्यक्ष मंजीत भट्ट जी के दिशा-निर्देशों में, युवा सेना महानगर उपाध्यक्ष सुमित चौधरी के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना था कि बुद्ध भगवान आस्था और शांति के प्रतीक हैं, न कि किसी भी व्यावसायिक उपयोग की वस्तु।
शिव सेना ने मांग की कि स्पा, मसाज सेंटर, कैफ़े, दुकानों एवं अन्य सभी व्यावसायिक स्थलों पर भगवान बुद्ध की मूर्तियों का commercialization तुरंत बंद किया जाए और इसके लिए स्पष्ट कानून बनाया जाए।
प्रदेश अध्यक्ष सागर रघुवंशी जी ने कहा
“ अपनी धर्म संस्कृति से खिलवाड़ बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा बुद्ध भगवान विश्व–शांति के प्रतीक हैं। उनका किसी भी प्रकार का व्यावसायिक इस्तेमाल धार्मिक मर्यादाओं के विरुद्ध है। सरकार को इस विषय पर सख़्त नीति बनानी चाहिए ताकि भविष्य में किसी भी धार्मिक प्रतीक का दुरुपयोग न हो।”
महानगर अध्यक्ष मंजीत भट्ट जी ने कहा
“देहरादून के कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में धार्मिक प्रतीकों का गलत उपयोग बढ़ रहा है। यह सामाजिक संवेदनशीलता और आस्था दोनों पर चोट पहुँचाता है। प्रशासन को तुरंत जांच कर ऐसे दुरुपयोग पर रोक लगानी चाहिए।
युवा सेना महानगर उपाध्यक्ष सुमित चौधरी (कार्यक्रम संयोजक) ने कहा
आज बुद्ध प्रतिमा के सामने कैंडल और पोस्टर रखकर हमने यह शांतिपूर्ण संदेश दिया कि आस्था के प्रतीकों को सजावट या थीम की वस्तु बनाना बिल्कुल गलत है।
*स्पा, मसाज सेंटर या किसी भी व्यावसायिक स्थल पर बुद्ध भगवान का commercialization तत्काल बंद होना चाहिए।*
यह केवल धार्मिक सम्मान का मुद्दा नहीं, बल्कि संस्कृति और नैतिक चेतना की रक्षा का भी विषय है।
हम चाहते हैं कि इस पर *स्पष्ट कानूनी प्रतिबंध* बनाया जाए और सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से बुद्ध प्रतिमाएँ हटाई जाएँ।
युवा सेना ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
मनोज रावत महानगर महासचिव मोहित कुमार शिवाकर ठाकुर राजीव कुमार कुनाल कनोजिया महेश कुमार विशाल कुमार आलोक कुमार विक्की राजपूत वरदान कश्यप विशाल वर्मा किशोर वर्मा गोविंद बिट्टू अनिल अधिकारी आयुष आशीष रावत आदि युवा शिव सैनिक मौजूद रहे


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