हरिद्वार: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि की मौत मामले में सीबीआई ने कोर्ट में चार्ज सीट दाखिल कर दी है। नरेन्द्र गिरि की आत्महत्या की वजह एक कथित अश्लील वीडियो बताया जा रहा है।
जिसके वायरल होने के डर से उन्होंने आत्महत्या की। बताया यह भी जा रहा है कि उस अश्लील वीडियो को तीन लोगों को दिखाया गया था। जिसे देखने वालों में दो व्यक्ति हरिद्वार व एक प्रयागराज का है। इसी वीडियो को लेकर महंत को धमकाने की बात भी कही जा रही है।
सवाल उठता है कि जिन तीन लोगों को वह कथित अश्लील वीडियो दिखाया गया था आखिर वे कौन हैं।
संतों का कहना है कि उन लोगों के चेहरों को भी उजागर किया जाना चाहिए। आखिर हरिद्वार के वे दो शख्य कौन से हैं। यदि कथित वीडियो की बात सही है तो वे दो लोग आत्महत्या के पीछे की कहानी को भी भलीभांति जानते होगे।
संतों का कहना है कि जब इतना सब कुछ जांच में पता चल चुका है तो उन लोगों की पहचान क्यों नहीं सार्वजनिक की जा रही है। यदि उन लोगों ने उस कथित अश्लील वीडियो को देखा तो उसकी जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी और आत्महत्या के बाद वे अभी तक क्यों चुप रहे।
संतों का कहना है कि ऐसे लोगों के नाम को उजागर किया जाना चाहिए। यदि वे लोग संत समाज से जुड़े हैं तो उनका सामाजिक वहिष्कार किए जाने के साथ उन्हें सजा दी जानी चाहिए।
यह भी कहा जा रहा है कि ये दो शख्स आनन्द गिरि के साथ काफी नजदीकी हो सकते हैं।