राजकीय महाविद्यालय पाबौ में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के दसवें दिवस उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से कार्यक्रम के दसवें दिवस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता केंद्र के नोडल अधिकारी एवं मेंटर डॉ० गणेश चंद ने अपने संक्षिप्त सम्बोधन में बिजनेस प्लान बारे में उपस्थित सभी के छात्र – छात्राओं को जानकारी से अवगत कराया साथ ही यू ट्यूब विडिओ के माध्यम से स्टार्टअप के लिए क्या क्या जरूरी है एवं केंद्र सरकार की मुद्रा योजना 10 साल पूर्ण होने पर शॉर्ट विडिओ के बारे में सभी उपस्थित छात्र छात्राओं के सामने स्मार्ट बोर्ड पर प्रस्तुत किया।
उद्यमिता विकास कार्यक्रम के दसवें दिवस मे मुख्य वक्ता उद्यमी (चम्पेश्वर लघु उद्योग) श्री दिनेश चमोली ने सम्बोधन ने अपने उद्यम के बारे में जैसे कोदा , झँगोरा झखया आदि के बारे में विस्तार से उपस्थित सभी छात्र -छत्राओं को बताया एवं यह भी कहा कि मैं कोदा को चांदी एवं झँगोरा को सोना बोलता हूँ इसकी कितनी महत्ता समाज में है।
इसलिए सबसे पहले ये देखिए कि आपकी रुचि किसमे है उसे सोचिए और आगे उसी का उद्यम शुरू कीजिय।कारोबार कभी असफल नहीं होता है बल्कि आदमी असफल होता है साथ ही अपने सम्बोधन में लिज्जत पापड़ के बारें में लाल चावल के बारे में , राम देव के कारोबार के बारे में , धीरूभाई अंबानी के बारे उद्यम से सभी को जानकारी से अवगत कराया कि कैसे इन लोगों ने अपने कुटीर उद्योग के आज एक बड़े कारोबारी बने है एवं अपने जीवन एक सफल यद्यमी की तरह काम रहे है ।
उद्यमी एक जोखिम लेता है । जो जोखिम लेगा वही सफल होता है । आप सभी अपने स्वयं के कारोबार के लिए रुचि पैदा होनी चाहिए । उद्यम के लिए सभी उपस्थित छात्र -छत्राओं को प्रेरित भी किया ।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० सत्य प्रकाश शर्मा ने छात्र-छात्राओं को अपने सम्बोधन में बताया कि आप अपनी पढ़ाई के साथ – साथ एक उद्यमी की सोच भी विकसित कीजिए उस सोच का एक बिजनेस प्लान बनाइये निश्चित रुप से उतराखंड सरकार का उद्यमिता विभाग आपके उद्यम को शुरू से लेकर आखिर तक अर्थात बीज से लेकर पेड़ बनाने में पूरी सहायता एवं मार्गदर्शन प्रदान करेगा ।
महाविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ० तनुजा रावत ने उद्यमिता विकास कार्यक्रम में उपस्थित प्राचार्य, मुख्य वक्ता , महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों का एवं उपस्थित सभी प्रतिभागियों धन्यवाद ज्ञापित किया।
उद्यमिता विकास कार्यक्रम मे छात्र-छात्राओं के साथ-साथ स्थानीय उद्यमियों, गणमान्य व्यक्तियों, समाज सेवको, जनप्रतिनिधियों, महाविद्यालय प्राध्यापकों से डॉ० सुनीता चौहान ,
डॉ०सौरभ सिंह ,श्री दीपक कुमार, डॉ० सरिता , डॉ० धर्मेन्द्र सिंह एवं कार्यलय से श्री महेश सिंह , विजेंद्र बिष्ट , श्रीमती सोनी देवी एवं अनुराधा आदि ने विशेष सहयोग दिया।