इंदर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय पौखाल (टिहरी गढ़वाल) में 12 दिवसीय देवभूमि उद्यमिता विकास कार्यक्रम का शुभारंभ दिनांक 28 मार्च 2025 को हुआ था, जिसका सफलतापूर्वक आज समापन हो गया।

इसके लिए कार्यक्रम नोडल ऑफिसर डॉ. अनुरोध प्रभाकर, कार्यक्रम संयोजक डॉ. पुष्पा झाबा एवं सह कार्यक्रम संयोजक डॉ. अरविंद नारायण को बनाया गया।

कार्यक्रम संयोजक एवं टीम द्वारा देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत स्वरोजगार विषयों पर व्याख्यान कराए गए एवं फील्ड विजिट भी छात्रों को धरातलीय वास्तविकता से रूबरू कराई गई।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर ए. एन. सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम का समापन नहीं अपितु स्वरोजगार की छात्र-छात्राओं हेतु पहल एवं नई दिशा है जो कि उनके भविष्य में स्वरोजगार को करने हेतु प्रेरित करेगी एवं उद्यमिता के दौरान चुनौती आएगी लेकिन सही प्लान बनाकर आर्थिक एवं व्यापारिक दृष्टि से टीमवर्क द्वारा सफलताएं प्राप्त की जा सकती है।

मुख्य वक्ता सुश्री रातुला दास ने कैनवास एवं स्वरोजगार प्रारंभ करने का मॉडल बताया एवं कैनवास का प्रत्येक छात्र व छात्राओं से प्रैक्टिकल भी कराया। वरिष्ठ असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. बी.आर.भद्री ने स्थानीय उत्पादों की जानकारी देकर स्वरोजगार से जोड़ने की बात कही।
माउंट वैली से श्री नारायण रमोला ने स्व रोजगार की जानकारी एवं स्यालकुंड अचार यूनिट एंड नर्सरी से श्री घनश्याम कोठियाल जी ने एवं बबीता ने चीड़ की पत्तियों से बनने वाले प्रोडक्ट व अनीता ने भीमल की छाल से बनने वाले उत्पाद आदि की जानकारी साझा की।
डॉ. अरुंधति शाह ने महिला संबंधी स्वरोजगार की जानकारी दी।

समापन अवसर पर सभी प्राध्यापक गण डॉ. बालक राम भद्री, डॉ. अंधरूति शाह , डॉ बबीत कुमार बिहान, डॉ. पुष्पा झाबा, डॉ अरविन्द नारायण जी एवं महाविद्यालय के कर्मचारी गण श्री राजेंद्र सिंह राणा, श्री मनोज राणा, श्री अनिल कुमार, श्री राजापल गुसाई, श्रीमती कुसुम श्री गंभीर आदि उपस्थित रहे।

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