महाविद्यालय बलुवाकोट मे शोभन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के शिक्षा विभाग में स्थित श्रीमती लक्ष्मी देवी टम्टा महिला अध्ययन केंद्र और राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन।
प्राचार्य डॉक्टर सुभाष वर्मा की अध्यक्षता में हुए इस समापन सत्र में मुख्य अतिथि श्री नरेंद्र सिंह भंडारी जी ने कहा कि वंचित समूह के उत्थान के लिए हम सभी को सहयोग करना होगा और जागृति लानी होगी।
विशिष्ट अतिथि डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट रजिस्ट्रार शोभन सिंह जीना विश्वविद्यालय ने कहा कि विशिष्ट वंचित समूह के विकास के लिए शोभन सिंह जीना विश्वविद्यालय द्वारा कई सारे कोर्स चलाए जा रहे हैं जो की वंचित वर्ग के विकास में सहायक होंगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित प्राचार्य किच्छा कॉलेज एवं पूर्व उपनिदेशक डॉ राजीव रतन ने कहा कि वंचित वर्गों के विकास के लिए संविधान में बहुत से उपबंध किए गए हैं जिसके कारण उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है फिर भी उतना सुधार नही हो पाया है जीतना की हो जाना चाहिए था, वंचित वर्गों के विकास के लिए वंचित वर्गों में जागरूकता लानी होगी तभी वास्तविक सुधार हो सकेगा और विकास के पथ पर वह आगे बढ़ेंगे ।
कार्यक्रम की गेस्ट ऑफ ऑनर , केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमांचल प्रदेश के डीन और हेड डिपार्मेंट आफ एजुकेशन डॉ मनोज कुमार सक्सेना ने वंचित वर्गों के विभिन्न समस्याओं के समाधान पर प्रकाश डाला विशेष आमंत्रित अतिथि तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित समाजसेवी और सीडब्लूसी पिथौरागढ़ की सदस्य एवं जनसंख्या नियंत्रण फाउंडेशन की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती लीला बंग्याल ने कहा कि इस क्षेत्र में सर्वाधिक संकट में राजी जनजाति है इसके विकास के लिए कार्य किया जा रहा है महिलाओं जागरूक करने के साथ-साथ समाज में व्याप्त कुरितियो को हटाने हेतु जागरूकता अभियान भी किया जा रहा है।
महिला मंगल दल के अध्यक्ष श्रीमती कमलाचंद ने कहा कि वह महिला समूह के माध्यम से महिलाओं के विकास हेतु विशेष अभियान चला रही है कार्यक्रम का संचालन डॉ चंद्रकांत तिवारी डॉ संदीप कुमार डॉ पूर्णिमा विश्वकर्मा ने किया कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजर और प्रोफेसर संगीता पवार जी के द्वारा दो दिवसीय सेमिनार में आयोजित और पढ़े गए शोध पत्रों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की गई प्राचार्य डॉ सुभाष वर्मा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि इस सीमांत और पिछड़े क्षेत्र में सेमिनार के माध्यम से वंचित वर्गों के विकास हेतु एक छोटा सा प्रयास किया गया है जो आगे एक कल्पवृक्ष बनकर समाज को नई दिशा देने का कार्य करेगा।
अंत में वोट आफ थैंक्स डॉ अतुलचंद द्वारा देते हुए सभी लोगों को धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
द्वितीय दिवस पर 14 शोध पत्र पढ़े गए दो ऑनलाइन सत्र डॉ गौहर फातिमा डॉ अतुल चंद डॉ राहुल तिवारी डॉक्टर पूर्णिमा विश्वकर्मा के संयोजन में आयोजित किए गए जिसमें18 शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र पढ़े जिनमे मुख्यतः रहे स्वाति नेगी डॉ मनीष चंद देउपा डाॅ हेमलता खाती डॉ सपना शर्मा, एन रेनबोनी, एमवानशॅम कुशाग्र गर्ग, दीपिका पांडे कार्तिक श्रीवास्तव, श्रद्धा पांगती, लोवजान्ग, उषा, दीपिका अनम फातिमा, पंकज तिवारी, प्रेक्षा, प्रीति, आंचल जैन, जयश्री जोशी, स्वाति जोशी आदि रहे सत्र के टेक्निकल संचालक भगवत जोशी रहे कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के डॉ सुनील कुमार डॉ पिंकी डॉ सुनीता जोशी डॉ कुलबीर सिंह राणा डॉक्टर चंद्र नवयल श्रीमती आशा श्रीमती देव की श्रीमती अनीता श्री मनोज कुमार श्री विकास सिंह श्री वीरेंद्र सिंह जंगपांगी श्री कविंद्र जोशी एवं अल्मोड़ा से आए शोध छात्रों ने विशेष सहयोग प्रदान किया।